कठुआ आतंकवादी हमला: पांच सैनिकों की शहादत का बदला जरूर लिया जाएगा, सरकार का बयान
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में हुए आतंकवादी हमले में भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए और पांच अन्य घायल हो गए। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना सोमवार की सुबह तब हुई जब बडनोता क्षेत्र में गश्त कर रही सेना की एक टुकड़ी को भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों ने घेर लिया। इस हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है और लोगों के दिलों में गुस्सा और दर्द भर दिया है।
रक्षा मंत्री का बयान
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि यह हमला हमारे सैनिकों के मनोबल को तोड़ नहीं पाएगा। उन्होने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके बलिदान को व्यर्थ न जाने देने का आश्वासन दिया। उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सेना के जवान शांति लाने में मजबूती से जुटे हुए हैं और दुश्मनों का मंसूबा कामयाब नहीं होने देंगे।
रक्षा सचिव का संदेश
रक्षा सचिव गिरीधर अरमने ने भी शहीदों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह बलिदान हमें सदैव याद रहेगा और आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई और मजबूत होगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस हमले का बदला जरूर लिया जाएगा और आतंकवादियों को कड़ा सबक सिखाया जाएगा।
खोज अभियान
घटना के बाद सुरक्षा बलों ने एक विशाल खोज अभियान शुरू किया है। आतंकवादियों को पकड़ने के लिए इलाके को घेर लिया गया है और हर संभावित स्थान की तलाशी ली जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक इस हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादी एक संगठित योजना के तहत आए थे।
पूरे देश में रोष
इस हमले ने पूरे देश में रोष पैदा कर दिया है। लोग सोशल मीडिया पर अपनी संवेदना और गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोग शहीदों की वीरता को सलाम कर रहे हैं और सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
कॉंग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि देश को अब आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को जल्दी से जल्दी इन्हें समाप्त करने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हो सकें।
आतंकवादियों की पहचान
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार, इस हमले में शामिल आतंकवादी जैश-ए-मोहम्मद के हो सकते हैं। हाल के महीनों में इस संगठन की गतिविधियों में तेजी देखी गई है। सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है।
पहले भी हो चुके हैं हमले
यह हमला पिछले दो दिनों में जम्मू क्षेत्र में हुआ दूसरा हमला है। इससे पहले रविवार को राजौरी जिले में भी आतंकवादियों ने एक सेना शिविर पर हमला किया था, जिसमें कई जवान घायल हो गए थे। यह दोहराव सुरक्षा बलों के लिए चिंता का विषय बन गया है।
आतंकवाद का खात्मा
इस तरह के आतंकवादी हमले हमारे देश की सुरक्षा को चुनौती दे रहे हैं। लेकिन हमारे सुरक्षाबल और सरकार उनकी हर चाल को नाकाम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस घटना के बाद समस्त सुरक्षा बल सतर्क हो गए हैं और उन आतंकवादियों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
कठुआ आतंकवादी हमला देश की सुरक्षा पर एक गंभीर चुनौती के रूप में उभरा है। लेकिन हमारी सरकार, सेना और देशवासी मिलकर इससे उबरने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इस हमले में खोए हुए हमारे बहादुर सैनिकों की शहादत का बदला जरूर लिया जाएगा और देश में शांति स्थापित की जाएगी।