मैच का सारांश और प्रमुख क्षण
शुक्रवार शाम को दुबई के अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में Asia Cup 2025 के सुपर 4 चरण का सबसे दिलचस्प मुकाबला हुआ – भारत बनाम श्रीलंका। भारत ने पहले ही फाइनल की जगह पक्की कर ली थी, इसलिए यह मैच उसके लिये "डेड रबरी" माना गया। लेकिन मैदान पर दोनों टीमों ने दिखाया कि सुपर ओवर तक जाना ही क्रिकेट का असली मज़ा है।
भारत ने 20 ओवर में 203 रन बनाकर लक्ष्य रख दिया। शुरुआती ओपनर सान्जू सैमसन ने अपने सामान्य भूमिका से हटकर ओपनिंग संभाली और 35 रन बनाकर टीम को ठोस शुरुआत मिली। टिलक वर्मा ने मध्यक्रम में शक्ति दिखाते हुए 28* रन जोड़े, जबकि कप्तान सूरजमुखी यादव ने 24 रन नहीं तोड़े। उनके बोल्ड अक्रॉस-फील्डिंग और तेज़ रन-रनिंग ने टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाया।
श्रीलंका की शिकार का दायरा पाथुम निस्सांका के हाथों तक ही सीमित रहा। उन्होंने 58 गेंदों में 107 रन बनाए, जिसमें सात चौके और छह छक्के शामिल थे। उनकी साझेदारी कसौली पेरेंगा के साथ 100‑रन की थी, और 10‑ओवर तक 114/1 का रिकॉर्ड स्थापित किया – यह टॉर्नामेंट में सबसे तेज़ 10‑ओवर स्कोर था। इस साझेदारी ने लक्ष्य को फिर से कगार पर लाया, और भीड़ में तालियों की गूँज सुनाई दी।
निस्सांका का शतक कई रिकॉर्डों को तोड़ गया। उन्होंने T20 Asia Cup में अब तक के सबसे अधिक 50‑plus स्कोर (5) किए, जिससे विराट कोहली के चार स्कोर का पुराना रिकॉर्ड कट गया। साथ ही यह टॉर्नामेंट का दूसरा शतक साझेदारी भी थी, पहला अभिषेक शर्मा‑शुबमन गिल का 105‑रन सहयोग।
जब दोनों टीमें 203‑रन पर समाप्त हुईं, तो सुपर ओवर की घंटी बजी। भारत के अर्शदीप सिंह ने दो तेज गेंदें फेंकीं, पहली गेंद सिल्वर क्लिप पर दिखी जबकि दूसरी गेंदने पाबंदियों का सिलेण्डर चक्रवात ले लिया। कम से कम एक विकेट ले कर उन्होंने भारत को सुपर ओवर जीत दिलाया। कप्तान सूरजमुखी ने अर्शदीप को "सुपर ओवर के लिए ये ही सबसे भरोसेमंद विकल्प था" कहकर सराहा।
- भारत के कुल पाँच विकेट में से केवल दो ही नियमित बॉलर्स ने लिए – शेष बॉव्लर्स ने अपना फ़्लेक्सिबिलिटी दिखाया।
- श्रीलंका की दो बल्लेबाजों ने 58 गेंदों में 190+ रन बनाए, जो T20 इतिहास में तेज़est चेज़ में गिना जाता है।
- मैच के दौरान कई खिलाड़ियों को मांसपेशियों में ऐंठन महसूस हुई, जिससे टेम्पररी रिफ़्रेश ब्रीक दिया गया।

भविष्य की तैयारी और टॉर्नामेंट का बड़ा चित्र
जैसे ही भारत ने जीत का जश्न मनाया, सरगर्मी का ध्यान फाइनल की ओर शिफ्ट हो गया। अगले रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ मुकाबला तय है, जिसका अर्थ है कि तीन लगातार रविवार को दो बड़ी टीमें एक ही मंच पर टकराएंगी। पाकिस्तान की टीम ने अपनी प्लेइंग इंटेंशन को "तीसरी बार का चार्म" कहा है, लेकिन भारत के कोचिंग स्टाफ ने कहा कि आत्मविश्वास और शारीरिक फिटनेस ही मुख्य हथियार होंगे।
टॉर्नामेंट के दौरान भारत की जीत में दो खिलाड़ियों ने विशेष भूमिका निभाई – अभिषेक शर्मा ने पावरप्ले में लगातार तेज़ शुरुआत की और मिश्रित स्पिनर कुलदीप यादव ने विरोधियों को लगातार विकेट लेना सिखाया। दोनों खिलाड़ी अब Asia Cup 2025 के प्लेयर ऑफ द टॉर्नामेंट के दावेदार बन चुके हैं।
सुरजमुखी यादव ने टीम के मनोबल को "वह किरदार है जो कठिनाइयों में टीम को उठाता है" कहा। उन्होंने कहा कि दर्शकों का समर्थन और टीम की ऊर्जा ने इस सुपर ओवर को संभव बनाया। साथ ही उन्होंने अपनी चयनित पॉलिसी का उल्लेख किया – "सीपीओ (क्लू रूम प्रेशर ऑप्टिमाइज़ेशन)" – जिससे खिलाड़ियों को बर्स्ट फेज में नियंत्रित रहने में मदद मिली।
श्रीलंका की ओर से, पाथुम निस्सांका का आधा शतक अभी भी चर्चा में है। उनका कोच ने कहा, "हमने इस मैच में जो स्टाइल दिखाया वह भविष्य में टीम को नई दिशा देगा" और उन्होंने अपने पिचिंग स्ट्रैटेजी को सुधारने की बात की। नीति में अधिकतम स्थानीय युवा प्रतिभा को मंच पर लाने की योजना है, जिससे इस तरह की नजदीकी मुकाबले में टीम की गहराई बढ़ेगी।
आख़िरकार, इस सुपर 4 मैच ने दर्शकों को रोमांचक T20 क्रिकेट का सच्चा स्वाद दिया, जहाँ व्यक्तिगत चमक टीम के जीत के साथ जुड़ी थी। अब सभी की नज़र फाइनल की ओर टिकी है, जहाँ भारत और पाकिस्तान के बीच की टकराव न केवल एशिया कप की कहानी लिखेगा, बल्कि एशिया के क्रिकेट इतिहास में एक नई धारा खोल देगा।