एमएस धोनी का दृष्टिकोण
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने अपने तनावमुक्त जीवन के रहस्यों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे अपने जीवन के अंतिम आईपीएल सीजन के लिए तैयारी करते हुए भी वे तनावमुक्त रहते हैं। धोनी का मानना है कि तनावमुक्त रहने के लिए क्षमा और कृतज्ञता का होना बहुत जरूरी है। वह कहते हैं कि चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, 'माफ करो और आगे बढ़ो' का सिद्धांत अपनाना चाहिए।
स्व-अनुशासन की महत्ता
धोनी ने स्व-अनुशासन को अपने करियर और जीवन का आधारभूत पत्थर बताया। उन्होंने सभी को सलाह दी कि हमें अपनी ध्यान हमारे व्यक्तिगत लाभों पर केंद्रित करना चाहिए। उनका मानना है कि इस दृष्टिकोण से चुनौतियों का सामना करना आसान हो जाता है और हम तनावमुक्त रह सकते हैं।
अपने खेल के दिनों में धोनी की क्षमता होती थी खेल को पढ़ने और ईमानदारी से संवाद करने की, यह गुण वह अब अपने निजी जीवन में भी लागू करते हैं। उनकी अनुशासनप्रियता से प्रेरित यह दृष्टिकोण, उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें तनावमुक्त रहने में सहायता करता रहा है। धोनी का यह जीवन के प्रति दृष्टिकोण हर किसी के लिए प्रेरणादायक हो सकता है, जो जीवन की अड़चनों के बीच संतुलित और शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहता है।