धोनी का तनावमुक्त जीवन का राज: 'माफ करो और आगे बढ़ो'

धोनी का तनावमुक्त जीवन का राज: 'माफ करो और आगे बढ़ो'

एमएस धोनी का दृष्टिकोण

भारतीय क्रिकेट के दिग्गज और चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान एमएस धोनी ने अपने तनावमुक्त जीवन के रहस्यों का खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि कैसे अपने जीवन के अंतिम आईपीएल सीजन के लिए तैयारी करते हुए भी वे तनावमुक्त रहते हैं। धोनी का मानना है कि तनावमुक्त रहने के लिए क्षमा और कृतज्ञता का होना बहुत जरूरी है। वह कहते हैं कि चाहे स्थिति कितनी भी कठिन क्यों न हो, 'माफ करो और आगे बढ़ो' का सिद्धांत अपनाना चाहिए।

स्व-अनुशासन की महत्ता

धोनी ने स्व-अनुशासन को अपने करियर और जीवन का आधारभूत पत्थर बताया। उन्होंने सभी को सलाह दी कि हमें अपनी ध्यान हमारे व्यक्तिगत लाभों पर केंद्रित करना चाहिए। उनका मानना है कि इस दृष्टिकोण से चुनौतियों का सामना करना आसान हो जाता है और हम तनावमुक्त रह सकते हैं।

अपने खेल के दिनों में धोनी की क्षमता होती थी खेल को पढ़ने और ईमानदारी से संवाद करने की, यह गुण वह अब अपने निजी जीवन में भी लागू करते हैं। उनकी अनुशासनप्रियता से प्रेरित यह दृष्टिकोण, उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें तनावमुक्त रहने में सहायता करता रहा है। धोनी का यह जीवन के प्रति दृष्टिकोण हर किसी के लिए प्रेरणादायक हो सकता है, जो जीवन की अड़चनों के बीच संतुलित और शांतिपूर्ण जीवन जीना चाहता है।

13 Comments

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    Aila Bandagi

    फ़रवरी 21, 2025 AT 23:27
    माफ करो और आगे बढ़ो ये बात सुनकर दिल भर गया। जिंदगी में बहुत कुछ छोड़ देना पड़ता है, और धोनी जैसे इंसान बता देते हैं कि ये तनाव नहीं, बस एक चक्र है। धन्यवाद इस याद दिलाने के लिए।
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    Abhishek gautam

    फ़रवरी 22, 2025 AT 14:34
    अरे भाई, ये सब तो बहुत आम बातें हैं जो कोई भी टीवी पर बोल देता है। लेकिन धोनी का असली जादू तो ये है कि वो इन बातों को जीता है। जब तुम एक ऐसे खिलाड़ी हो जिसने 2011 का विश्वकप जीता है और फिर भी अपने घर के बाहर बिना किसी बॉडीगार्ड के चलता है - तो ये 'माफ करो और आगे बढ़ो' बस एक फिलॉसफी नहीं, ये एक लाइफस्टाइल है। ज्यादातर लोग तो इसे बस ट्वीट कर देते हैं और अगले ही मिनट अपने दोस्त के फोटो पर कमेंट कर देते हैं कि 'तुम लाइक नहीं दिया?' और फिर खुद तनाव में हो जाते हैं।
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    Imran khan

    फ़रवरी 24, 2025 AT 07:01
    धोनी का तरीका बिल्कुल सही है। मैंने भी एक बार अपने जॉब में बहुत गलती की थी - बॉस ने मुझे डांटा, कलेक्शन खराब हुआ। मैंने अपना गुस्सा दबा लिया, बस एक बार बोल दिया - 'माफ कर दीजिए' - और अगले दिन से नए तरीके से काम शुरू कर दिया। कोई बात नहीं हुई। आज वो बॉस मेरा सबसे बड़ा सपोर्टर है। ये बात बस धोनी तक ही सीमित नहीं है।
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    Neelam Dadhwal

    फ़रवरी 25, 2025 AT 17:23
    अरे यार! ये सब बकवास है! धोनी को तनाव नहीं हुआ? तुम्हें पता है उसने 2019 वर्ल्ड कप में जब बैटिंग नहीं की तो कितने लोगों ने उसे बर्बाद कर दिया? उसके घर के बाहर लोग उसकी गाड़ी पर पत्थर मार रहे थे! अब वो बोल रहा है 'माफ करो'? ये तो बस एक इमेजिंग ट्रिक है! उसके पास एक फैमिली ट्रस्ट है, एक बैंक अकाउंट, और एक एजेंट जो उसके लिए सब कुछ फिल्टर करता है। तुम्हारे लिए ये आसान है? नहीं! ये बस एक फेक नारा है!
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    Sumit singh

    फ़रवरी 26, 2025 AT 22:41
    माफ करो और आगे बढ़ो 😒 ये बात सुनकर लगता है जैसे कोई फेसबुक पोस्ट कर रहा हो। धोनी का जीवन तो बहुत अलग है और तुम लोग उसे अपने जीवन के लिए बाहर निकाल रहे हो। ये बातें तो सब बोलते हैं, लेकिन किसी ने अपने बैंक बैलेंस को नहीं माफ किया।
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    fathima muskan

    फ़रवरी 27, 2025 AT 16:38
    तुम सब धोनी को बहुत बड़ा समझ रहे हो... लेकिन क्या तुमने कभी सोचा कि शायद उसका तनावमुक्त होना एक बड़ा धोखा है? क्या तुम्हें पता है कि उसके बाद एक स्टेट स्पाई नेटवर्क है जो उसकी हर बात को मॉनिटर करता है? वो तनावमुक्त नहीं... वो बस डर रहा है। और वो 'माफ करो' का नारा? वो एक कंट्रोल मैकेनिज्म है - जिससे लोग उसे अपने गुस्से से बाहर निकाल दें। ये सब एक बड़ा साइकोलॉजिकल गेम है। 🤫
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    Devi Trias

    मार्च 1, 2025 AT 12:01
    धोनी के दृष्टिकोण को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। उनकी स्व-अनुशासन की अवधारणा न केवल क्रिकेट के लिए बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए भी एक आधार है। यह विचार न केवल व्यक्तिगत स्तर पर, बल्कि सामाजिक स्तर पर भी अनुप्रयोग के योग्य है। इस प्रकार के दृष्टिकोण को व्यापक रूप से प्रचारित किया जाना चाहिए।
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    Kiran Meher

    मार्च 2, 2025 AT 12:30
    ये बात बिल्कुल सच है भाई बस माफ कर दो और आगे बढ़ जाओ और दिल से चलो जिंदगी का हर दिन एक नया मौका है और तनाव तो बस तुम्हारे दिमाग में है अगर तुम उसे अपने ऊपर चढ़ा लोगे तो वो तुम्हें निगल जाएगा धोनी ने बस इतना ही किया है और दुनिया उसे याद करेगी ना कि जिसने ज्यादा रन बनाए बल्कि जिसने ज्यादा शांत रहा
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    Tejas Bhosale

    मार्च 2, 2025 AT 22:25
    धोनी का सिद्धांत एक डेटा-ड्रिवन लाइफ ऑप्टिमाइजेशन पैटर्न है। एमएस ने कॉग्निटिव रिस्ट्रक्चरिंग के जरिए एमोशनल डिसोनेंस को मिनिमाइज किया। इसका नेट इफेक्ट? एक लो-वॉल एमोशनल फुटप्रिंट। जो भी इसे एक 'माफ करो' वाली बात समझ रहा है, वो एक ऑप्टिमाइजेशन लूप में फंसा हुआ है।
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    Asish Barman

    मार्च 3, 2025 AT 02:39
    माफ करो और आगे बढ़ो? बस इतना ही? तो फिर जो लोग धोनी के खिलाफ ट्वीट करते हैं उन्हें भी माफ कर देना चाहिए? ये तो बहुत आसान बात है लेकिन जब तुम्हारी बीवी छोड़ दे या तुम्हारा बॉस तुम्हें फायर कर दे तो ये बात कैसे काम करेगी? ये तो बस एक चिप्पी है जो बड़े लोग बोलते हैं जब उनके पास कुछ बचा हो।
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    Abhishek Sarkar

    मार्च 4, 2025 AT 17:00
    तुम सब धोनी को एक सेंट बना रहे हो लेकिन क्या तुम्हें पता है कि उसके पीछे कौन है? वो जो उसकी सारी बातें लिखते हैं? वो लोग जो उसके लिए सोशल मीडिया पोस्ट बनाते हैं? उसके एजेंट ने उसे बताया कि 'अगर तुम शांत दिखोगे तो लोग तुम्हें बहुत ज्यादा पसंद करेंगे'। ये एक बड़ा ब्रांडिंग स्ट्रैटेजी है। और जब तुम इसे गंभीरता से लेते हो तो तुम उसके बारे में बात करते हो और वो एक और करोड़ कमाता है। तुम सब एक ब्रांड के शिकार हो।
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    Niharika Malhotra

    मार्च 6, 2025 AT 12:55
    धोनी के इस दृष्टिकोण को बहुत सारे लोग गलत समझ रहे हैं। यह केवल एक तनावमुक्त जीवन का सिद्धांत नहीं है - यह एक आत्म-साक्षात्कार का मार्ग है। जब हम अपने अहंकार को छोड़ देते हैं, तो हम अपने असली आत्मा को पहचान पाते हैं। धोनी ने यही किया है। उन्होंने खेल के बाहर भी अपने आप को खोजा है। और इसीलिए वे अब भी इतने शांत हैं। यह एक आध्यात्मिक यात्रा है - और यह एक बहुत ही साधारण और गहरा संदेश है।
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    Baldev Patwari

    मार्च 6, 2025 AT 16:28
    माफ करो और आगे बढ़ो? ये बात तो बहुत आसान है जब तुम्हारे पास 500 करोड़ हों। जब तुम्हारी बीवी छोड़ दे और तुम्हारे पास बस 15 हजार रुपये बचे हों तो ये बात कैसे काम करेगी? धोनी के लिए ये आसान है क्योंकि उसके पास एक बैंक बैलेंस है ना कि एक दिमाग।

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