जब India Meteorological Department (IMD) ने 30 सितंबर, 2025 को देर‑देर तक बरस रहे बरसात की सूचना दी, तो राजधानी‑क्षेत्र के लोग दोनों‑एक साथ राहत और सिरदर्द का दोहरा स्वाद चखे। गहरी घुमदड़ियाँ सुबह‑सबेरे छाई, फिर तेज़ हवाओं के साथ हल्की‑मध्यम बूँदों ने दिल्ली, नोएडा, गाज़ियाबाद और आस‑पास के इलाकों को भीगाया। एक ओर तापमान 34‑36 °C तक गिरा, दूसरी ओर सड़कों पर जलजमाव और हवाई अड्डे पर देर‑से‑हवा‑जाहाज़ के कारण यातायात बिखर गया।
बारिश की शुरूआत और मौसमी पृष्ठभूमि
बारिश का पहला झोंका दिल्ली के शासत्री नगर के पास गिरा, जहाँ Delhi Traffic Police ने तुरंत जलजमाव की चेतावनी जारी की। उनके अनुसार, ज़खीरा रेलवे अंडरपास (रोड नं 40) पूरी तरह से डूब गया था, जिससे इंडरलोक चौराहे के आसपास गाड़ियों को डिटूर्सन करना पड़ा।
इसी बीच, नोएडा और गाज़ियाबाद को भारी शॉवर्स ने भिगो दिया। वसंत मूलक सर्दी‑जैसे हवा के साथ तेज़ हवाएँ 50 किमी/घंटा तक पहुंची, जिससे कई सेक्टर में अल्पकालिक ट्रैफ़िक जाम हो गया।
IMD की विस्तृत मौसम भविष्यवाणी
IMD ने बताया कि 31 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बादलों के साथ कभी‑कभी बारिश और थंडरस्टॉर्म जारी रहेंगे। अधिकतम तापमान 33‑35 °C, न्यूनतम 24‑27 °C रहने की संभावना है। 3 अक्टूबर को मौसम साफ‑सुथरा होने की उम्मीद है, पर तापमान अभी भी सामान्य से 1‑2 °C ऊँचा रहेगा। नीचे एक संक्षिप्त बुलेट‑सूची दी गई है:
- 30 सितंबर: हल्की‑मध्यम बूँदें, अधिकतम 34‑36 °C, न्यूनतम 25‑27 °C
- 31 सितंबर: सुबह‑सुबह हल्की बूँद, दिन में 33‑35 °C, रात में 24‑26 °C
- 1‑2 अक्टूबर: लगातार हल्की बारिश, तापमान 33‑35 °C/24‑26 °C
- 3 अक्टूबर: आंशिक रूप से बादल, अधिकतम 31‑33 °C, न्यूनतम 23‑24 °C
यातायात व हवाई अड्डे पर असर
बारिश ने न केवल सड़कों को फिसलाकु बनायाबल्कि हवाई यात्रा में भी बाधा उत्पन्न की। प्रमुख एयरलाइंस ने तुरंत वैरियर्स जारी किए।
IndiGo ने कहा, “दिल्ली में तेज़ बरसात के कारण उड़ानों में अस्थायी देरी हो सकती है। यदि आप आज यात्रा कर रहे हैं, तो कृपया अतिरिक्त समय रखें।” इसी तरह, Air India ने यात्रियों को ‘फ़्लाइट स्टेटस’ चेक करने और ट्रैफ़िक जाम को ध्यान में रख कर एयरपोर्ट पहुँचने का सलाह दिया। SpiceJet ने भी “बारिश के कारण सभी प्रस्थान/आगमन और उनकी कनेक्टिंग फ्लाइट्स पर असर पड़ सकता है” चेतावनी दी। अंत में, Akasa Air ने “मार्ग में भीगती सड़कों के कारण ड्राइवरों को धीमी गति से चलना पड़ेगा” बताया।
इंडिगो और एयर इंडिया के अनुसार, देर‑से‑हवा‑जाहाज़ की वजह से यात्रियों को बीयर बार में लम्बी कतारों और बैंकों में बीजी भड़कीले काउंटरों में खड़े रहना पड़ सकता है। इसके अलावा, दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 2 में लैंडिंग रेनफ़ॉल के कारण कुछ हवाई जहाज़ों को रीक्लाइंड या बायपास करना पड़ा।
स्थानीय प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
रिकॉर्डेड जलजमाव के बाद, Delhi Traffic Police ने ट्विटर (X) पर चौंकाने वाले अपडेट किए। उन्होंने शासत्री‑केडी चौराहे पर ट्रैफ़िक को चौधरी नहर सिंह मार्ग की ओर मोड़ने का आदेश दिया और इंदरलोक चौराहे के पास नए वैरिएशन लागू किए। गाज़ियाबाद के वैषाली और इंद्रा पुरम क्षेत्रों में भी धीमी गति से चलने वाली गाड़ियाँ रिपोर्ट की गईं।
इतना ही नहीं, प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी रिपोर्ट आई। सीआर पार्क में दुर्गा पूजा पंडालों की भीड़ के कारण ओवररिंग रोड पर भीड़भाड़ की संभावना बताई गई। प्रशासन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि यात्रियों को वैकल्पिक मार्ग इस्तेमाल करने और सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को प्राथमिकता देने की सलाह दी गई।
आगे क्या उम्मीद करें?
IMD की रिपोर्ट के अनुसार, अगले दो दिनों तक बारिश की संभावनाएँ बनी रहेंगी, जिससे गर्मी से अस्थायी राहत मिलेगी। लेकिन 3 अक्टूबर को साफ़‑सपाट मौसम आने के साथ‑साथ तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहेगा, इसलिए गर्मी‑से‑जुड़ी बीमारियों का खतरा अभी भी बना रहेगा।
रविवार‑सोमवार के बीच, यात्रियों को एयरपोर्ट पहुँचने से पहले ट्रैफ़िक अपडेट चेक करने और वैरिएशन मार्गों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। साथ ही, हल्की‑फुल्की ड्रेस और पानी की बोतल साथ रखना न भूलें – बरसात में चूँक‑चूँकी हवा से बचना जरूरी है।
Frequently Asked Questions
बारिश के दौरान दिल्ली में सबसे ज्यादा जाम किस इलाके में हुआ?
शासत्री नगर के पास स्थित ज़खीरा रेलवे अंडरपास (रोड नं 40) सबसे अधिक जलजमाव का शिकार रहा। यहाँ से इंदरलोक और केडी चौराहे के बीच सभी आवागमन को वैरिएशन मार्गों पर मोड़ना पड़ा।
इंडिगो और एयर इंडिया ने किस तरह के एयरलाइन वैरिएशन जारी किए?
दोनों एयरलाइंस ने यात्रियों को अतिरिक्त दो घंटे का बफ़र समय रखने, फ्लाइट स्टेटस रीयल‑टाइम चेक करने और करियर‑कंटैक्ट सेंटर पर कॉल करने की सलाह दी। कुछ घरेलू उड़ानों को रीक्लाइंड या देर से प्रस्थान करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया।
IMD की अगले दो दिनों की मौसम भविष्यवाणी क्या बताती है?
IMD ने कहा है कि 31 सितंबर से 2 अक्टूबर तक बार‑बार बादल छाए रहेंगे, हल्की‑मध्यम बारिश और थंडरस्टॉर्म होगा। तापमान 33‑35 °C (दिन) और 24‑26 °C (रात) के बीच रहेगा। 3 अक्टूबर को आंशिक रूप से साफ़‑सफ़ा, पर तापमान सामान्य से 1‑2 °C अधिक रहने की संभावना है।
बारिश के कारण यात्रियों को कौन‑सी अतिरिक्त सावधानियाँ बरतनी चाहिए?
बारिश के दौरान देर‑से‑हवा‑जाहाज़ की संभावना के कारण, यात्रियों को एयरपोर्ट पहुँचने से पहले ट्रैफ़िक ऐप पर रीयल‑टाइम अपडेट देखना चाहिए, वैरिएशन मार्गों का प्रयोग करना चाहिए और एअरलाइन द्वारा दी गई वैरिएशन सूचना का पालन करना चाहिए। साथ ही, हल्की कपड़े, जलरोधी जूते और पर्याप्त पानी साथ रखना फायदेमंद रहेगा।
आगामी गर्मियों में इस तरह की अचानक बारिश से क्या सीख मिलती है?
इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट के आंकड़ों से पता चलता है कि जलवायु परिवर्तन के कारण अत्यधिक मौसमीय इवेंट्स की आवृत्ति बढ़ रही है। इसलिए, शहरों को जल निकासी सिस्टम एवं आपातकालीन ट्रैफ़िक योजना को सुदृढ़ करने की आवश्यकता है, ताकि जन-जन के जीवन पर न्यूनतम प्रभाव पढ़ा जा सके।
Vibhor Jain
सितंबर 30, 2025 AT 23:43बारिश आ गई, ट्रैफिक जाम, और हम सबको ‘बाद में’ कहने को मिल रहा है।
Rashi Nirmaan
सितंबर 30, 2025 AT 23:53देश की अछूती धारा को नज़रअंदाज़ करके जलजमाव का शिकार नहीं होना चाहिए
Ashutosh Kumar Gupta
अक्तूबर 1, 2025 AT 00:16शासत्री नगर में बाढ़ ने न केवल सड़कों को डुबोया, बल्कि लोगों की थकान को भी बढ़ा दिया।
इंडरलोक चौराहे पर गाड़ियों का फँसना एक जीवंत नाटक जैसा था, जहाँ हर चालक मुख्य भूमिका में था।
उस क्षण में मैं देख रहा था कि कैसे मौसम की मार से प्रशासन की तैयारी बेजान पड़ गई।
ड्राइवरों ने वैरिएशन मार्ग अपनाने से इनकार किया, जिससे ट्रैफ़िक जाम की लंबाई बढ़ी।
एयरपोर्ट पर भी यही स्थिति थी, उड़ानों की देर से शुरूआत ने यात्रियों को असहज कर दिया।
इंडिगो और एयर इंडिया की वैरिएशन सूचनाएँ कभी‑कभी अस्पष्ट लगीं, जिससे भ्रम की गहराई बढ़ी।
जिन यात्रियों ने समय से पहले आगमन किया, उन्हें लम्बी कतारों में खड़े रहकर धीरज दिखाना पड़ा।
बारिश के कारण सड़कों पर जलरोधक सिस्टम असफल रहे, जिससे कई इलाके पानी में डूब गए।
गाज़ियाबाद के कुछ सेक्टर में मोटर साइकिलें भी फिसलते हुए अटक गईं, जिससे बचाव कार्य कठिन हुआ।
थंडरस्टॉर्म के दौरान बिजली की चमक ने ड्राइवर्स को और भी असुरक्षित महसूस कराया।
इन घटनाओं ने यह साबित किया कि मौसमी बदलावों के लिए शहर की बुनियादी ढांचा अभी भी कमजोर है।
भविष्य में ऐसी स्थितियों से निपटने के लिए जल निकासी और ट्रैफ़िक प्रबंधन को सुदृढ़ करना अनिवार्य है।
सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने वाले लोगों को वैरिएशन मार्गों का पालन करना चाहिए, यही एकमात्र समाधान है।
यदि प्रशासन समय पर चेतावनी नहीं देता, तो जनता को अपनी सुरक्षा के लिए स्वयं कदम उठाने पड़ते हैं।
समाप्ति में, हम सभी को इस मौसम के साथ सह-अस्तित्व में रहना सीखना होगा, नहीं तो यही अराजकता जारी रहेगी।
fatima blakemore
अक्तूबर 1, 2025 AT 00:33अरे भाई, बिचार करो तो सही, बारिश में हरकोई के दिमाग में धुंध है पर ये वैरिएशन का सिस्टम ना समझ पाते सब। थोडा आसानी से ले लो, सड़कों को भीछेले नहीं तो लोग परेशान नहीं करेंगे।
vikash kumar
अक्तूबर 1, 2025 AT 00:50वास्तविकता यह है कि शहर की जल निकासी प्रणाली पुरानी तकनीक पर आधारित है, जिससे वर्तमान क्लाइमेट इवेंट्स का प्रभाव और स्पष्ट हो जाता है।
Anurag Narayan Rai
अक्तूबर 1, 2025 AT 01:23बारिश के दौरान ट्रैफ़िक जाम और हवाई अड्डे पर देरी को देखते हुए कई स्तरों पर योजना बनाना आवश्यक प्रतीत होता है। सबसे पहले, स्थानीय प्रशासन को रियल‑टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम स्थापित करना चाहिए, जिससे जलजमाव की पहचान तुरंत होती है। द्वितीयक रूप में, सार्वजनिक परिवहन को प्राथमिकता देना चाहिए, क्योंकि कई लोग निजी गाड़ियों से अधिक रखरखाव योग्य विकल्प खोजते हैं। इसके अतिरिक्त, एयरलाइन्स को वैरिएशन मार्गों को स्पष्ट रूप से संप्रेषित करना चाहिए, ताकि यात्रियों को अनावश्यक तनाव न हो। अंत में, नागरिकों को व्यक्तिगत रूप से तैयार रहना चाहिए; जलरोधी जूते, पर्स में पानी और समय बफ़र रखना बेहद उपयोगी रहेगा। समग्र रूप में, यह संयोजन शहर को मौसमी अनिश्चितताओं के प्रति अधिक लचीलापन प्रदान करेगा।
Sandhya Mohan
अक्तूबर 1, 2025 AT 01:40सच में, तुम्हारी बात में बहुत समझदारी है। हम सबको थोड़ा धीरज रखकर, वैरिएशन मार्ग अपनाना ही बेस्ट होगा।
Prakash Dwivedi
अक्तूबर 1, 2025 AT 01:56ये बारिश का मौसमी खेल मेरे दिल को छू गया, हर गली में पानी का जादू और हर गाड़ी में तनाव। एक तरफ़ मैं सोचता हूँ, कितनी जल्दी सब कुछ सामान्य हो जाएगा, और दूसरी तरफ़ मैं खुद को इस गीले सर्दी में बेताब पाता हूँ।
Rajbir Singh
अक्तूबर 1, 2025 AT 02:13सिर्फ बारिश है, लेकिन लोग बेमतलब की शिकायतें कर रहे हैं। सरल बात है, वैरिएशन रास्ता अपनाओ और समय से पहले निकलो।
Swetha Brungi
अक्तूबर 1, 2025 AT 02:23सही कहा, हमें इस तरह के मौसम में एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। अगर आप पहले से ही वैरिएशन मार्ग की योजना बना रहे हैं, तो दूसरों को भी बताकर एक सकारात्मक माहौल बना सकते हैं। चलिए, सब मिलकर इस बारिश को सुरक्षित और सहज बनाते हैं।