नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के जेवलिन थ्रो फाइनल के लिए की क्वालीफाई, 89.34 मीटर थ्रो के साथ

नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के जेवलिन थ्रो फाइनल के लिए की क्वालीफाई, 89.34 मीटर थ्रो के साथ

नीरज चोपड़ा ने फिर रचा इतिहास

भारत के मौजूदा ओलंपिक और विश्व चैंपियन नीरज चोपड़ा ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालीफाई कर लिया है। उन्होंने पुरुषों के जेवलिन थ्रो के क्वालीफिकेशन दौर में एक ही थ्रो में 89.34 मीटर की अद्वितीय थ्रो फेंकी, जो इस सीजन का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और उनके करियर का दूसरा सर्वश्रेष्ठ। नीरज का यह प्रदर्शन भारतीय खेल प्रेमियों में एक नई उम्मीद जगाता है, विशेषकर तब जब पिछले कुछ दिनों में भारत के प्रमुख पदक दावेदारों के लिए मुश्किल रहे हैं।

नीरज चोपड़ा ने अपनी पहली ही कोशिश में इस उच्चतम स्तर को प्राप्त कर लिया, जिससे वे सीधे फाइनल में पहुंच गए। यह प्रदर्शन न केवल नीरज के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। उनका यह थ्रो इस सीजन का सर्वश्रेष्ठ है और उनके करियर का दूसरा सबसे अच्छा थ्रो भी। यह अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है और इसने भारतीय खेल प्रेमियों के दिलों में आशा की एक नई किरण जगा दी है।

कठिन परीक्षा के बाद नई उम्मीदें

कठिन परीक्षा के बाद नई उम्मीदें

पिछले कुछ दिनों में भारतीय खिलाड़ियों के लिए समय कठिन रहा है, और ऐसे में नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी राहत की बात है। इस प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया है कि नीरज अभी भी अपने सर्वोत्तम फॉर्म में हैं और उनसे फाइनल में पदक की उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं।

फाइनल मुकाबला

फाइनल मुकाबला

पुरुषों का जेवलिन थ्रो फाइनल 8 अगस्त को 11:55 बजे IST पर निर्धारित है। इस फाइनल में नीरज चोपड़ा का सामना एंडरसन पीटर्स (ग्रेनेडा), जूलियन वेबर (जर्मनी), अर्शद नदीम (पाकिस्तान), जूलियस येगो (केन्या), लुइज़ मौरिसियो दा सिल्वा (ब्राजील), जाकुब वाडलेच (चेक गणराज्य) और तोनी केरानेन (फिनलैंड) से होगा। इन सभी खिलाड़ियों ने क्वालीफिकेशन दौर में सराहनीय प्रदर्शन किया है।

नीरज चोपड़ा के साथी भारतीय खिलाड़ी किशोर जेना ने इस बार फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। उनके थ्रो 80.73 मीटर, 80.21 मीटर और एक फाउल रहे। हालांकि, क्वालीफिकेशन दौर में कई अन्य एथलीटों ने भी अपने सीजन का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।

भविष्य की उम्मीदें

नीरज चोपड़ा का इस क्वालीफिकेशन दौर में दबदबा और उनका आत्मविश्वास फाइनल मुकाबले में भारतीय समर्थकों के लिए नई उम्मीदें लेकर आया है। उनके इस प्रदर्शन ने यह साबित किया है कि वे अभी भी खेल के शीर्ष पर हैं और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का विषय है, और सभी उन्हें फाइनल में पदक जीतते हुए देखना चाहेंगे।

नीरज चोपड़ा की यह सफलता उनके मेहनत और समर्पण का परिणाम है। उनकी यह जीत न केवल खेल के क्षेत्र में उनकी महारत को दर्शाती है, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा भी है जो उनके पदचिन्हों पर चलना चाहते हैं।

आखिरकार, नीरज चोपड़ा के इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय खेल प्रेमियों के दिलों में एक नई उर्जा और उत्साह भर दिया है। अब सभी की नजरें 8 अगस्त को होने वाले फाइनल पर हैं, और हर कोई उम्मीद कर रहा है कि नीरज चोपड़ा वहां भी एक नया रिकॉर्ड कायम करेंगे और देश को गर्व महसूस कराएंगे।

8 Comments

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    Jyotijeenu Jamdagni

    अगस्त 7, 2024 AT 13:57

    89.34 मीटर? भाई ये तो बस एक थ्रो नहीं, एक भारतीय सपने का उड़ान है। नीरज ने बस जेवलिन नहीं फेंका, दुनिया के नियम तोड़ दिए।

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    Aravind Anna

    अगस्त 9, 2024 AT 13:48

    अरे यार ये आदमी तो अब खेल का नया देवता बन गया है। जब तक नीरज बाहर है, भारत के लिए गोल्ड का सपना जिंदा है। बस फाइनल में बस एक बार और ऐसा ही फेंक दो नीरज भैया।

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    navin srivastava

    अगस्त 10, 2024 AT 05:58

    89.34? ये तो बस ट्रेनिंग का हिस्सा है। असली टेस्ट तो फाइनल में होगा। अभी तक तो बस दिखावा है। पाकिस्तानी और केन्याई लोग अभी तक अपनी असली ताकत नहीं दिखाए। देखते हैं फाइनल में क्या होता है।

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    Manohar Chakradhar

    अगस्त 11, 2024 AT 19:06

    नीरज का ये थ्रो देखकर मुझे याद आया जब मैं अपने गांव में लकड़ी का डंडा फेंकता था। अब वो डंडा दुनिया के टॉप एथलीट्स के सामने जा रहा है। ये है भारत की असली जीत।

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    Rajendra Mahajan

    अगस्त 12, 2024 AT 21:30

    इस थ्रो के पीछे बस एक दिन की मेहनत नहीं, बल्कि दशकों की अनुशासन, विज्ञान और देश की भावनाएं छिपी हैं। नीरज ने एक एथलीट के रूप में नहीं, एक सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में इतिहास रचा है। अब फाइनल में वो न सिर्फ खेल रहे हैं, बल्कि एक अर्थ के साथ लड़ रहे हैं।

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    VIJAY KUMAR

    अगस्त 14, 2024 AT 21:00

    अरे यार ये सब ट्रेनिंग फैक्टर, डेटा एनालिसिस, स्पेक्ट्रम रिकवरी वाली बातें क्या हैं? 😒 असली बात ये है कि भारत ने अब खेल में भी ब्रांडिंग कर ली है। नीरज का नाम अब एक टी-शर्ट है। 🤡 फाइनल में अगर पदक नहीं आया तो क्या होगा? क्या हम फिर से सोशल मीडिया पर नीरज के खिलाफ ट्रेंड बनाएंगे? 😏

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    ANIL KUMAR THOTA

    अगस्त 16, 2024 AT 13:26

    नीरज ने जो किया है वो बहुत बड़ी बात है। उसकी मेहनत का नतीजा है। बस इतना ही।

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    arun surya teja

    अगस्त 16, 2024 AT 20:49

    हम अक्सर इस तरह की उपलब्धियों को एक व्यक्ति की उपलब्धि मान लेते हैं। लेकिन नीरज के पीछे एक पूरा सिस्टम है - कोच, फिजियो, डाइटिशियन, और लाखों छोटे बच्चे जो अभी अपने गांव में जेवलिन फेंक रहे हैं। उनके लिए नीरज अब एक दिशा है।

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