Passbook Lite: EPFO ने एक क्लिक में PF बैलेंस देखने की सुविधा, Annexure K अब ऑनलाइन

Passbook Lite: EPFO ने एक क्लिक में PF बैलेंस देखने की सुविधा, Annexure K अब ऑनलाइन

एक क्लिक में PF बैलेंस, दोहरी लॉगिन झंझट खत्म

EPFO ने 18 सितंबर 2025 से अपने डिजिटल सिस्टम में तीन अहम बदलाव लागू कर दिए। सबसे ज्यादा असर डालने वाला बदलाव है Passbook Lite—अब PF बैलेंस और हालिया लेनदेन का सार एक क्लिक में दिखेगा, वह भी उसी यूनिफाइड मेंबर पोर्टल लॉगिन से जिसे आप रोज़ इस्तेमाल करते हैं। अलग पासबुक पोर्टल का अलग यूज़रनेम/पासवर्ड याद रखने की जरूरत नहीं।

पहले क्या होता था? कई यूज़र्स को UAN पोर्टल और पासबुक पोर्टल पर अलग-अलग लॉगिन करना पड़ता था। कभी-कभी बैलेंस अपडेट सिंक में देरी होती, जिससे शिकायतें बढ़ती थीं। Passbook Lite में योगदान, निकासी और मौजूदा बैलेंस का सार-संक्षेप साफ-सुथरे फॉर्मेट में मिल जाएगा। जिन्हें ग्राफ, महीना-दर-महीना एंट्री और लंबी हिस्ट्री चाहिए, उनके लिए पुराना विस्तृत पासबुक पोर्टल पहले की तरह उपलब्ध रहेगा।

ये सुविधा किनके लिए? जिनके पास सक्रिय UAN है और KYC (आधार, बैंक, पैन) सही से जुड़ा है। अगर आपका संस्थान ‘एक्सेम्प्टेड ट्रस्ट’ मॉडल में है, तो विस्तृत पासबुक ट्रस्ट के जरिए मिलता है—ऐसे मामलों में Passbook Lite का सार उपयोगी रहेगा, पर पूरी हिस्ट्री ट्रस्ट से ही मिलेगी।

उपयोग कैसे करें—सीधे कदमों में:

  • UAN और OTP से यूनिफाइड मेंबर पोर्टल में लॉगिन करें।
  • सेवाओं में Passbook Lite चुनें—बैलेंस और हालिया एंट्री तुरंत दिखेंगी।
  • जरूरत हो तो विस्तृत पासबुक विकल्प पर जाएं और महीना-दर-महीना विवरण देखें।

सुरक्षा पर ध्यान रखें—OTP किसी से साझा न करें, “तेज़ पासबुक अपडेट” जैसे लालच वाले मैसेज/कॉल से बचें, और पोर्टल पर लॉगिन के बाद ही कोई फाइल डाउनलोड करें।

दूसरा बदलाव, Annexure K अब सीधे ऑनलाइन। नौकरी बदलते समय PF ट्रांसफर में Annexure K सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज होता है। अभी तक यह PF दफ्तरों के बीच साझा होता था और सदस्य को अलग से मांगना पड़ता था। अब आप इसे पोर्टल से खुद PDF में डाउनलोड कर सकेंगे।

Annexure K में क्या होता है? आपके पुराने खाते से ट्रांसफर की गई राशि, स्कीम-वार ब्रेकअप (EPF/EPS), ब्याज और संबंधित दफ्तर का विवरण। इससे नए दफ्तर/खाते में एंट्री मिलान आसान हो जाता है और किसी गलती की स्थिति में आप खुद क्रॉस-चेक कर सकते हैं।

डाउनलोड के आसान स्टेप्स:

  • लॉगिन करें और ट्रांसफर/क्लेम सेक्शन में जाएं।
  • Annexure K डाउनलोड विकल्प चुनें।
  • जॉब-ट्रांसफर से जुड़ा रिकॉर्ड चुनकर PDF सेव कर लें।

अगर पिछले नियोक्ता ‘एक्सेम्प्टेड ट्रस्ट’ में आते हैं, तो Annexure K ट्रस्ट/संबंधित दफ्तर से जनरेट होता है—ऑनलाइन उपलब्धता बढ़ी है, पर प्रोसेसिंग टाइम अलग-अलग हो सकता है। बेहतर रहेगा कि आप पुराने नियोक्ता के HR से भी स्टेटस मिलान करें।

तीसरा बड़ा बदलाव—दावों की मंजूरी की परतें घटाकर अधिकार Assistant PF Commissioners तक लाई गई हैं। मतलब क्या? दावों की फाइल अब कम स्टेशनों पर रुकेगी, जिससे प्रोसेसिंग टाइम घटेगा और फाइलें तेज़ी से आगे बढ़ेंगी। यह बदलाव खासकर एडवांस (जैसे मेडिकल, मैरिज, हाउसिंग) और फाइनल सेटलमेंट जैसे सामान्य दावों में असर दिखाएगा।

फास्ट ट्रैक का फायदा तभी पूरा मिलेगा जब आपकी प्रोफाइल दुरुस्त हो। ये चीजें पहले सही कर लें:

  • KYC पूरा—आधार, पैन, बैंक अकाउंट नाम एक जैसा और एक्टिव।
  • ई-नॉमिनेशन सबमिट—परिवार/नोमिनी का विवरण अपलोड और ओटीपी से सत्यापित।
  • रोज़गार से संबंधित एंट्री—डेट ऑफ जॉइनिंग/एग्ज़िट सही। गलती हो तो HR से तुरंत सुधार कराएं।
  • दावा लगाते समय सही कारण/डॉक्यूमेंट—मेडिकल/हाउसिंग में स्कैन साफ और पढ़ने योग्य रखें।

ये तीनों सुधार साथ मिलकर क्या बदलते हैं? एक ही लॉगिन से ज़्यादातर सेवाएं, पासबुक का त्वरित सार, ट्रांसफर का सटीक रिकॉर्ड, और दावों की मंजूरी में कम समय। इससे शिकायतें घटेंगी, फील्ड ऑफिस की जवाबदेही बढ़ेगी और यूज़र एक्सपीरियंस बेहतर होगा।

यह आपके लिए कैसे काम करेगा

यह आपके लिए कैसे काम करेगा

अगर आप नौकरी बदलने वाले हैं, तो पहले पुराने नियोक्ता के साथ डेट ऑफ एग्ज़िट सही दर्ज कराएं। फिर नए नियोक्ता के साथ UAN को एक्टिव रखें, ट्रांसफर के लिए Form-13 ऑनलाइन सबमिट करें। ट्रांसफर शुरू होने पर Annexure K बनने के बाद अब आप खुद इसे डाउनलोड कर पाएंगे और देख सकेंगे कि कितना पैसा किस हेड से ट्रांसफर हुआ। इससे नए खाते में क्रेडिट मैच करना आसान हो जाएगा।

अगर आप PF एडवांस लेना चाहते हैं, तो दावा लगाने से पहले Passbook Lite में बैलेंस देखकर तय करें कि कितना और किस हेड से निकल सकता है। कई बार लोग गलत कैटेगरी चुनते हैं—जैसे मेडिकल के लिए घर बनाने वाला विकल्प—और दावा अटक जाता है। सही कैटेगरी चुनेंगे, दस्तावेज मिलेंगे और अब मंजूरी की परतें कम होने से फाइल तेज़ी से क्लियर होगी।

नियोक्ताओं के लिए भी बदलाव मायने रखते हैं। डिजिटल अटेस्टेशन में देरी अब सीधे टर्नअराउंड टाइम को प्रभावित करेगी, क्योंकि मंजूरी की परतें कम हैं और सिस्टम तेज़ है। HR टीम के लिए चेकलिस्ट साफ है—एक्ज़िट की तारीख, अंतिम योगदान, ट्रस्ट/नॉन-ट्रस्ट स्टेटस, और Annexure K के मिलान की पुष्टि।

कुछ आम सवाल—अगर Passbook Lite में एंट्री आज की तारीख तक नहीं दिख रही? बैकएंड सिंक में थोड़ा समय लग सकता है, पर सार-संक्षेप जल्दी अपडेट होगा। विस्तृत हिस्ट्री चाहिए तो विस्तृत पासबुक पोर्टल का विकल्प खुला है। Annexure K नहीं दिख रहा? ट्रांसफर स्टेटस और पुराने दफ्तर/ट्रस्ट में जनरेशन पूरा हुआ या नहीं—इसे HR/हेल्पडेस्क के साथ क्रॉस-चेक करें।

सुरक्षा के मोर्चे पर सावधानी जरूरी है। EPFO किसी से OTP/पासवर्ड नहीं मांगता और न ही कभी किसी लिंक पर क्लिक कराकर भुगतान करवाता है। लॉगिन हमेशा आधिकारिक पोर्टल पर करें, ब्राउज़र में पता खुद लिखें, और डाउनलोड की गई PDF सिर्फ अपने रिकॉर्ड/HR को ही साझा करें।

नीति-स्तर पर संदेश साफ है—सिंगल लॉगिन, कम मंजूरी परतें और पारदर्शी ट्रांसफर। मंत्री स्तर पर भी फोकस यही बताया गया है कि सेवाएं एक जगह, कम क्लिक और कम इंतज़ार में मिलें। EPFO के पास पहले से करोड़ों सक्रिय सदस्य हैं—ऐसे में छोटे-छोटे डिजिटल सुधार भी बड़ी बचत कराते हैं, चाहे वह आपकी पासबुक तक पहुंच हो या ट्रांसफर/क्लेम का समय।

आगे क्या देखना चाहिए? यूज़र्स का फीडबैक लेकर इंटरफेस की भाषा, एक्सेसिबिलिटी, नोटिफिकेशन और रियल-टाइम स्टेटस ट्रैकिंग और बेहतर हो सकती है। अगर ईमेल/एसएमएस अलर्ट के साथ Passbook Lite में माइक्रो-फिल्टर, टैक्स प्रोजेक्शन या ब्याज कैलकुलेटर जैसे टूल जुड़ें, तो सदस्य अपने रिटायरमेंट प्लानिंग के फैसले और आत्मविश्वास से कर पाएंगे।

8 Comments

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    fathima muskan

    सितंबर 21, 2025 AT 09:28

    अरे भाई ये सब डिजिटल जादू तो बस एक बड़ा धोखा है। EPFO के पास तो करोड़ों डेटा हैं और अब एक क्लिक में बैलेंस? हाँ हाँ... जब तुम्हारा ऑटीपी नहीं आएगा तो तुम बेचारे घंटों तक फंस जाओगे। और जब तुम डाउनलोड करोगे तो एनक्रिप्शन खुल जाएगा और सब कुछ चोरी हो जाएगा। मैंने देखा है, एक बार एक दोस्त का UAN हैक हुआ था-उसका PF निकल गया और फिर क्या? EPFO ने कहा 'आपका खाता सुरक्षित था'। बस यही नाटक है।

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    Devi Trias

    सितंबर 22, 2025 AT 12:00

    यह अपडेट एक महत्वपूर्ण प्रगति है, हालाँकि व्यावहारिक रूप से कुछ उपयोगकर्ताओं के लिए अभी भी चुनौतियाँ बनी हुई हैं। उदाहरण के लिए, KYC अपडेट के लिए आधार और बैंक खाते का नाम संगत होना अत्यंत आवश्यक है। अगर नाम में एक अक्षर भी असंगत है, तो पासबुक लाइट अक्षम हो जाता है। इसके अलावा, Annexure K का डाउनलोड अभी भी कुछ ट्रस्ट-आधारित संगठनों में विलंबित है, जिसके लिए एचआर टीम के साथ सीधा संपर्क आवश्यक है। यह उनके लिए एक अतिरिक्त कार्यभार है।

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    Kiran Meher

    सितंबर 23, 2025 AT 17:31

    भाई ये तो जिंदगी बदल देगा! पहले तो लॉगिन करने में आधा दिन लग जाता था और अब एक क्लिक में सब कुछ! मैंने आज ही अपना Annexure K डाउनलोड किया और बैलेंस देखा-बस जैसे बारिश के बाद आसमान साफ हो गया हो! अगर तुमने अभी तक नहीं किया तो अभी करो, ये बदलाव तुम्हारी नौकरी बदलने की योजना को भी बदल देगा। मैंने अपने दोस्तों को भी बता दिया-एक चीज़ जो सही है वो बात है जिसे दुनिया को बताना चाहिए।

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    Tejas Bhosale

    सितंबर 25, 2025 AT 13:15

    ये सब एक नियंत्रण मैकेनिज्म है। EPFO के पास डेटा अब एक सेंट्रल नोड में एकत्रित हो रहा है-ये एक डिजिटल फेनोमेनॉन है जो ब्यूरोक्रेसी को ऑप्टिमाइज़ करता है लेकिन यूजर को ट्रांसपेरेंसी का झूठ देता है। Passbook Lite तो बस एक लेयर है जो एक्सेसिबिलिटी का फैकड बनाती है जबकि असली प्रोसेसेस अभी भी बैकएंड में डार्क स्ट्रक्चर में फंसी हुई हैं। अगर तुम्हें लगता है तुम एक्टिव हो रहे हो तो तुम गलत हो। तुम बस एक डेटा पॉइंट हो।

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    Asish Barman

    सितंबर 27, 2025 AT 00:33

    अच्छा हुआ ये सब लेकिन अभी भी जब मैं लॉगिन करता हूँ तो कभी-कभी पासबुक लाइट नहीं खुलता। ये ऑटीपी आता ही नहीं तो क्या करूँ? और एक बार तो मैंने Annexure K डाउनलोड किया तो उसमें ब्याज नहीं दिखा था। लोग कहते हैं ये सब अच्छा है पर जब तक तुम्हारा खाता काम नहीं करता तब तक ये सब बकवास है।

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    Abhishek Sarkar

    सितंबर 27, 2025 AT 03:39

    ये सब बदलाव तो बस एक बड़ी साजिश है। अगर आप जानते हो तो EPFO अब आपके पैसे की गिनती बार-बार कर रहा है और आपके जीवन के अन्य पहलुओं को भी ट्रैक कर रहा है। एक क्लिक में बैलेंस? हाँ, लेकिन वो क्लिक आपके डिवाइस के बैकग्राउंड में आपके लोकेशन, ब्राउज़िंग हिस्ट्री और फोन नंबर भी रिकॉर्ड कर रहा है। और फिर जब आप दावा लगाते हो तो वो आपके आधार के आधार पर आपके निजी जीवन के बारे में निर्णय लेता है। ये नहीं है डिजिटलाइजेशन, ये है डिजिटल गुलामी। और आप सब इसे स्वीकार कर रहे हो। आप जानते हो कि ये तुम्हारे लिए नहीं है।

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    Niharika Malhotra

    सितंबर 28, 2025 AT 07:26

    इस बदलाव को देखकर मुझे बहुत उम्मीद हुई। जब तक हम एक ऐसी प्रणाली में रहेंगे जहाँ एक यूजर को एक ही लॉगिन से सभी सेवाएँ मिल रही हों, तब तक हम वास्तविक डिजिटल समावेशन की ओर बढ़ रहे हैं। मैं खुद एक विदेश में काम करने वाले व्यक्ति के लिए इस फीचर का उपयोग कर रही हूँ और यह उसके लिए बहुत आसान है। यह एक छोटा सा कदम है, लेकिन यह एक बड़े बदलाव की शुरुआत है। आगे के लिए अगर एक टैक्स प्रोजेक्शन टूल जुड़ जाए तो यह जीवन बदल देगा। हम सब इस दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।

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    Baldev Patwari

    सितंबर 29, 2025 AT 18:31

    बस एक क्लिक? ये तो बहुत बड़ी बात है। असल में ये सब बदलाव तो बस एक बड़ा झूठ है। तुम्हारा पासबुक लाइट तो बस एक बाहरी आवरण है जिसमें डेटा आधे-आधे दिखता है। और Annexure K? तुम्हें लगता है तुमने उसे डाउनलोड कर लिया? नहीं भाई, वो अभी तक ट्रस्ट के सर्वर पर फंसा हुआ है और वहाँ एक आदमी अभी तक चाय पी रहा है। ये सब तो बस एक गुलामी का नया रूप है।

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