ड्रोन उड़ने की घटना ने मचाई हड़कंप
पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) 2025 का सीजन इस बार विवाद और टेंशन दोनों का गवाह बन रहा है। सबसे ताज़ा मामला रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम का है, जहां कराची किंग्स और पेशावर जाल्मी के बीच 8 मई को होने वाला मैच आखिरी समय पर टाल दिया गया। इसका कारण बना, स्टेडियम के पास उड़ता मिला एक ड्रोन। जैसे ही यह खबर मैदान तक पहुंची, सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गईं और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को मैच पोस्टपोन करने का बड़ा फैसला लेना पड़ा।
यह फैसला यूं ही नहीं हुआ। दरअसल, इसी हफ्ते भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य स्तरीय तनाव बढ़ने के कारण पहले से ही सुरक्षा चौकसी बढ़ी हुई थी। ड्रोन्न की मौजूदगी ने स्थिति को और संवेदनशील बना दिया। PCB ने मैच से जुड़ी टीमों, सिक्योरिटी स्टाफ और बाकी स्टेकहोल्डर्स से बात की और फिर फौरन मुकाबले की तारीख आगे खिसका दी। मैच की अगली तारीख अभी तय नहीं है, जिससे फैंस और खिलाड़ी दोनों बेसब्र हैं।
पूरी लीग पर छाया असमंजस, प्लेऑफ भी अनिश्चित
इस ड्रोन घटना का असर सिर्फ एक मैच तक सीमित नहीं रहा। PCB ने साफ कर दिया कि अब पेशावर जाल्मी बनाम लाहौर कलंदर्स और इस्लामाबाद यूनाइटेड बनाम कराची किंग्स जैसे मैच भी रिवाइज होंगे। यहां तक कि प्लेऑफ के क्वालिफायर, एलिमिनेटर और फाइनल मुकाबले भी अधर में लटक गए हैं—सुरक्षा को प्रमुखता देने की वजह से। PCB अब नई सुरक्षा रणनीति बना रहा है, जिसमें वैकल्पिक वेन्यू पर भी चर्चा शुरू हो गई है। सबसे ज्यादा चर्चा यूएई के मैदानों की है, जहां पहले भी PSL सुरक्षित माहौल में आयोजित हो चुका है।
यह संकट अकेले PSL तक सीमित नहीं, बल्कि IPL भी इससे अछूता नहीं रहा। IPL ने भी 11 मई को मुंबई इंडियंस और पंजाब किंग्स के बीच होने वाला मुकाबला धर्मशाला से हटाकर अहमदाबाद शिफ्ट कर दिया है। कारण वही—सुरक्षा में बढ़ी टेंशन, जिससे खिलाड़ी और फैंस दोनों का रोमांच कम हो रहा है। PSL का ग्रुप स्टेज पहले 11 मई को मुल्तान में खत्म होना था, फिर आगे के मैच अलग-अलग शहरों में शेड्युल थे—अब सबकुछ अधर में है।
- ड्रोन की घटना के बाद मैदान के पास सुरक्षा और बढ़ाई गई है।
- PCB ने खिलाड़ियों और दर्शकों की सुरक्षा को PSL 2025 में सबसे ऊपर रखा है।
- नई तारीखों और वेन्यू पर गहन विचार-विमर्श जारी है।
- अधिकारियों की नजर फिलहाल यूएई के मैदानों पर है।
पाकिस्तान में क्रिकेट का यह सीजन जहां रोमांच से भरा था, वहीं अचानक बढ़ी अशांति ने एक बार फिर से हालात को मुश्किल बना दिया है। अब निगाहें PCB की अगली घोषणा और नई सुरक्षा रणनीति पर टिकी हैं।