RVNL शेयरों में उछाल: रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे, दो सत्रों में 35% की वृद्धि

RVNL शेयरों में उछाल: रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे, दो सत्रों में 35% की वृद्धि

RVNL के शेयरों में भारी उछाल

राज्य संचालित रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के शेयरों में हाल ही में भारी उछाल देखा गया है। सोमवार, 8 जुलाई, 2024 को कंपनी के शेयरों में 15% की बढ़ोतरी हुई और यह रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गए। यह उछाल एक महत्वपूर्ण ब्लॉक डील के कारण हुआ, जिसमें लगभग 1.5 करोड़ इक्विटी शेयरों की खरीद-फरोख्त हुई। इस ब्लॉक डील के अंतर्गत शेयरों का औसत मूल्य ₹560 प्रति शेयर था।

RVNL के शेयरों ने पिछले 12 महीनों में 350% की उल्लेखनीय वृद्धि देखी है, और कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹1.16 लाख करोड़ के पार चला गया है। ऐसे आंकड़े निवेशकों के लिए अद्वितीय सकारात्मकता का संकेत देते हैं।

सकारात्मक भावना और निवेशकों का उत्साह

RVNL के शेयरों में इस उछाल के पीछे कई कारण हैं। सबसे प्रमुख कारण है कंपनी का हाल ही में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) के साथ हस्ताक्षरित सहमति ज्ञापन (MoU)। इस MoU के अंतर्गत RVNL को आगामी परियोजनाओं में भाग लेने का मौका मिलेगा, जो न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी होंगे।

इसके अतिरिक्त, रेल मंत्रालय ने भी 2024-25 और 2025-26 के दौरान 10,000 गैर-एसी कोचों के निर्माण की योजना की घोषणा की है। यह योजना कंपनी के व्यवसाय में वृद्धि को और बढ़ावा देगी।

तकनीकी संकेत और निवेशकों के लिए संकेत

RVNL के स्टॉक के तकनीकी संकेतक दिखा रहे हैं कि यह मजबूत रूप से 'ओवरबॉट' स्थिति में है। स्टॉक का रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) 82.5 पर है, जिससे यह संकेत मिलता है कि शेयर अपने उच्चतम मूल्य पर कारोबार कर रहे हैं। इसके अलावा, कंपनी के शेयरों की एक साल की बीटा वैल्यू 1.5 है, जो कि उच्च अस्थिरता को दर्शाती है।

गौर करने लायक है कि सरकार के पास वर्तमान में कंपनी में 72.84% हिस्सेदारी है, जो एक स्थिरता का संकेत देती है।

RTNL के शेयरों में यह उछाल उन सभी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेतक है जो भारतीय PSU सेक्टर में निवेश करने की सोच रहे हैं। यह सभी घटनाएँ यह दर्शाती हैं कि औद्योगिक विकास और सरकारी योजनाओं का भारतीय शेयर बाजार पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

अंत में, RVNL के शेयरों की यह वृद्धि और बाजार में उनकी स्थिति लंबे समय तक निवेशकों के लिए एक संभावित आकर्षक अवसर बनी रहेगी। आगे आने वाले समय में कंपनी के नवीनतम समझौतों और योजनाओं से यह संकेत मिलता है कि कंपनी की विकास दर में स्थिरता बनी रहेगी। ऐसे में जो निवेशक भारतीय रेल और अवसंरचना क्षेत्र में रुचि रखते हैं, उनके लिए यह एक महत्वपूर्ण समय हो सकता है।

6 Comments

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    Imran khan

    जुलाई 11, 2024 AT 00:11

    ये शेयर देखकर लगता है जैसे रेलवे का भविष्य अब सिर्फ ट्रैक्स और ट्रेनों तक सीमित नहीं, बल्कि शेयर मार्केट के डैशबोर्ड पर भी दौड़ रहा है। 350% का उछाल? बस एक निवेश नहीं, एक राष्ट्रीय उत्सव है।

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    Abhishek gautam

    जुलाई 12, 2024 AT 01:50

    अरे भाई, ये सब बातें तो बहुत अच्छी हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जब एक सरकारी कंपनी का RSI 82.5 पर है और बीटा 1.5 है, तो ये तो एक बुलिश बबल है, न कि एक स्थिर निवेश? हम जो देख रहे हैं, वो निवेश नहीं, बल्कि एक भावनात्मक बाजार है-जहाँ लोग अपने भरोसे के बजाय बैंक बॉस के बयानों पर भरोसा कर रहे हैं।

    रेल मंत्रालय की योजना? अच्छी है। पर जब तक वो 10,000 कोच बनाएंगे, तब तक 80% लोग अभी भी ट्रेनों में खड़े होंगे। ये सब एक डिजिटल धोखा है-जहाँ आंकड़े खुशहाल दिखते हैं, लेकिन रोज़मर्रा की ज़िंदगी अभी भी एक रेलवे स्टेशन की तरह भीड़-भाड़ से भरी है।

    और हाँ, 72.84% सरकारी हिस्सेदारी? वो स्थिरता नहीं, वो बंदी बनाए रखने का तरीका है। जब तक निजी कंपनियाँ इसमें आएंगी, तब तक ये सब एक बड़ा नाटक है।

    मैं निवेश नहीं करूँगा। मैं बस इंतज़ार करूँगा कि जब ये बबल फूटेगा, तो क्या वो फिर से सरकारी बजट में बदल जाएगा।

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    Neelam Dadhwal

    जुलाई 14, 2024 AT 00:27

    अरे भाई, ये तो बस एक और गूगल फॉर्म का निवेश है! जब तक रेलवे के इंजीनियर अपने बैंक बैलेंस के बजाय अपने बेडरूम में बैठकर शेयर ट्रेड नहीं करेंगे, तब तक ये सब एक नाटक है। आपको याद है जब एसबीआई के शेयर 2020 में ऐसे ही उछले थे? फिर क्या हुआ? दो साल में नीचे गिर गए। ये सब एक बड़ा बाजार जाल है।

    मैंने तो अपने दोस्त को देखा-उसने RVNL में ₹5 लाख लगाए, और अब उसकी बीवी उसे तलाक देने की बात कर रही है। निवेश? नहीं भाई, ये तो बस एक बड़ा आत्महत्या का नाम है।

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    Sumit singh

    जुलाई 15, 2024 AT 22:45

    लोग ये सब बातें नहीं समझते। RSI 82.5? RSI तो बस एक इंडिकेटर है, न कि भगवान का संदेश। अगर तुम्हें लगता है कि ये शेयर अब ऊपर जाएगा, तो तुम्हारी बुद्धि भी बीटा 1.5 है। 😏

    सरकारी कंपनी में निवेश करना? अच्छा है जब तक तुम जानते हो कि ये सब बस एक बार का रेलवे टिकट है-एक बार चल गया, फिर कभी नहीं आएगा।

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    fathima muskan

    जुलाई 15, 2024 AT 23:35

    अरे यार, ये सब बातें तो बस एक बड़ी सरकारी ड्रामा सीरीज़ है-जहाँ हर एपिसोड में कोई नया MoU होता है, और हर एपिसोड के अंत में एक निवेशक आत्महत्या कर लेता है।

    1.5 करोड़ शेयर? अरे भाई, ये तो बस एक बड़ा ब्लॉक डील है जिसमें बैंकर अपने बैंक बैलेंस को बढ़ा रहे हैं। जब तक रेलवे का ट्रेन टाइम टेबल नहीं बदल जाता, तब तक ये सब एक फेक न्यूज़ आर्टिकल है।

    और हाँ, 72.84% सरकारी हिस्सेदारी? ये तो बस एक बड़ा फैक्ट नहीं, बल्कि एक बड़ा फेक फैक्ट है। जब तक सरकार अपने बजट में रेलवे के लिए ₹50,000 करोड़ नहीं डालती, तब तक ये सब एक बड़ा बाजार नाटक है।

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    Devi Trias

    जुलाई 17, 2024 AT 04:19

    विश्लेषणात्मक रूप से देखा जाए तो, RVNL के शेयरों में देखी गई वृद्धि, जो कि लगभग 350% है, इसके पीछे कई संरचनात्मक कारक हैं, जिनमें रेल मंत्रालय की नीतिगत घोषणाएँ, ब्लॉक डील का असर, और बाजार के भावनात्मक प्रतिक्रिया शामिल हैं।

    हालांकि, तकनीकी संकेतों के आधार पर, RSI का मान 82.5 पर होना और बीटा 1.5 होना, यह उच्च अस्थिरता के संकेत देते हैं, जिसका अर्थ है कि निवेशकों को लंबी अवधि के लिए निवेश करने से पहले अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए।

    राष्ट्रीय अवसंरचना के विकास के संदर्भ में, यह वृद्धि एक सकारात्मक चिह्न है, लेकिन निवेशकों को इसे एक लाभ के रूप में नहीं, बल्कि एक अवसर के रूप में देखना चाहिए।

    मुझे आशा है कि भविष्य में इस कंपनी का विकास निरंतर रहेगा, और यह भारत की अवसंरचना के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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