क्या आप जानना चाहते हैं कि भारत और बांग्लादेश के बीच क्या नया चल रहा है? दोनों देशों की रिश्ते कई पहलुओं में जड़े हैं – राजनीति, व्यापार, जल संसाधन और संस्कृति. इस लेख में हम उन सब पर आसान शब्दों में नज़र डालेंगे.
पिछले साल दोनो देशों ने कई उच्च‑स्तरीय मुलाक़ातें कीं। भारत के प्रधान मंत्री ने बांग्लादेश में आर्थिक सहायता और सुरक्षा सहयोग का वादा किया, जबकि बांग्लादेशी प्रधानमंत्री ने सीमा पर आतंकवाद से लड़ने के लिए भारतीय गश्त को समर्थन दिया. इस समझौते से दोनों देशों की सीमा सुरक्षित बनी और लोगों की आवाज़ें सुनी जा सकीं.
हाल ही में भारत‑बांग्लादेश जल संधि पर नई बातचीत हुई। गंगा‑मंगल नदी के पानी को बाँटने का मुद्दा अक्सर झगड़ा बनता रहा, लेकिन दोनों सरकारों ने मिलकर एक साझा योजना बनाई है जो किसानों को बिन किसी बाधा के सिंचाई की सुविधा देगा.
व्यापार में भारत और बांग्लादेश का लेन‑देनों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। 2023‑24 वित्त वर्ष में दोनो देशों के बीच वस्तु निर्यात‑आयात लगभग 10 % तक बढ़ा. मुख्य आयात में भारतीय कपड़े, दवाइयाँ और मशीनें शामिल हैं, जबकि बांग्लादेशी निर्यात में तैयार कपड़ा, जूट और मछली के उत्पाद प्रमुख हैं.
नयी व्यापार नीति ने दोनों देशों को एक-स्टॉप कस्टम सेवा देने की कोशिश की है। इससे छोटे व्यवसायियों को सीमा पार सामान ले जाना आसान हो गया. अगर आप कोई छोटा उद्यमी हैं तो अब आप ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म से बांग्लादेशी बाजार में सीधे अपना माल बेच सकते हैं, बिना बड़े ब्रोकर्स के खर्चे उठाए.
विदेशी निवेश की बात करें तो भारत ने बांग्लादेश में कई औद्योगिक पार्क स्थापित किए हैं। ये पार्क न केवल रोजगार बनाते हैं बल्कि स्थानीय उत्पादन को भी बढ़ावा देते हैं. इसी क्रम में बांग्लादेश ने भारत से सौर ऊर्जा तकनीक खरीदी है, जिससे दोनो देशों की नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्य तेज़ी से पूरे हो रहे हैं.
संस्कृतिक आदान‑प्रदान भी रिश्तों का अहम हिस्सा है। हर साल ‘बंगाली उत्सव’ और ‘हिन्दू मंदिर महोत्सव’ दोनों देशों में बड़े स्तर पर मनाए जाते हैं. युवा वर्ग के बीच संगीत, फ़िल्म और खेल की प्रतियोगिताएँ दोस्ती को और गहरा बनाती हैं.
संक्षेप में देखें तो भारत‑बांग्लादेश संबंध एक जटिल लेकिन सहयोगी ढांचा है. राजनैतिक समझौते से लेकर छोटे व्यापारियों तक, हर स्तर पर बदलाव हो रहा है. अगर आप इस क्षेत्र की खबरों को रोज़ फॉलो करते हैं तो इन बिंदुओं को ध्यान में रखें – यही वह जानकारी है जो आपको सटीक समझ देगी कि दोनों देशों का भविष्य कैसे आकार लेगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपति भवन में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का स्वागत किया। यह उनके तीसरे लगातार सरकार बनने के बाद पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है। हसीना ने शुक्रवार को दिल्ली पहुंचकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से मुलाकात की। द्विपक्षीय वार्ता में रक्षा, कनेक्टिविटी, ऊर्जा सहयोग और व्यापार सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी।