हर रोज़ हम कहीं न कहीं चोट लगाते हैं – खेल‑कूद में, घर के काम में या बस गली में चलते‑फिरते। अक्सर छोटी‑छोटी चोटों को नजरअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन सही देखभाल से दर्द कम हो सकता है और जख्म जल्दी ठीक होता है. इस पेज पर हम आपको साधारण भाषा में बताएंगे कि कब‑कब क्या करना चाहिए.
सबसे पहले समझें क्यों चोट लगती है। घर में फर्नीचर गिरना, रसोई में चाकू से कट जाना, खेल में पैर या हाथ मोड़ लेना – ये सब रोज़ की चीज़ें हैं. अक्सर ध्यान न देने या सही सुरक्षा उपकरण नहीं पहनने से ये घटनाएँ होती हैं. अगर आप बच्चे को देख‑रेख कर रहे हों तो उन्हें तेज़ वस्तुएँ या फिसलन वाला फ़्लोर अकेले ना छोड़ें.
दूसरा बड़ा कारण है अचानक रुकावट या तेज़ गति. साइकिल चलाते समय हेल्मेट नहीं पहनना, मोटरसाइकिल पर बिना जॉकेट के जाना – ये सब चोटों का खतरा बढ़ा देते हैं. इसलिए बाहर जाते‑वक्त हमेशा बेसिक गियर लगाएँ; यह थोड़ा झंझट तो है लेकिन दर्द से बचने में बड़ा फ़र्क पड़ता है.
किसी भी चोट पर तुरंत 3‑स्टेप नियम अपनाएँ – रोकें, साफ़ करें, ढँकें. अगर कट या घाव बड़ा है तो पहले हल्के हाथ से दबा कर खून को रोकें. फिर साफ़ पानी से धीरे‑धीरे धोएं, ताकि गंदगी और बैक्टीरिया हट जाएँ. अंत में sterile कपड़ा या बैंडेज से ढँक दें.
यदि चोट में सूजन है तो ठंडे पानी की बोतल या आइस पैक (प्लास्टिक के थैली में) 10‑15 मिनट तक रखें. यह दर्द कम करता है और रक्तस्राव घटाता है. ध्यान रहे, सीधे बर्फ को त्वचा पर न रखें; कपड़े से ढँके हुए रखें.
भारी चोट या हड्डी टूटने की शंका हो तो खुद से नहीं घुमा‑फिरा करें. शरीर को स्थिर रखें और तुरंत डॉक्टर या आपातकालीन सेवा को कॉल करें. दर्द बढ़े, सुन्न महसूस हो या रंग बदल जाए तो यह गंभीर संकेत है.
छोटी चोटों के लिए आराम भी जरूरी है. जख्म वाले हिस्से को ज़्यादा काम न करवाएँ, हल्की स्ट्रेचिंग और धीरे‑धीरे गतिशीलता वापस लाएँ. दो‑तीन दिन बाद अगर सूजन कम हो गई और दर्द नहीं रहा तो सामान्य गतिविधि शुरू कर सकते हैं.
इन सरल कदमों से अधिकांश चोटें जल्दी ठीक हो जाती हैं और जटिलताओं का खतरा घट जाता है. याद रखें, शुरुआती देखभाल ही सबसे बड़ी दवा है.
रियो 2016 ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता कैरोलीना मारिन पेरिस 2024 ओलंपिक में चीन की हे बिंगजिआओ के खिलाफ अपने सेमीफाइनल मैच से घुटने की गंभीर चोट के कारण बाहर होने पर आंसुओं में डूब गईं। मारिन मैच में 21-14, 10-6 की बढ़त पर थीं जब यह चोट लगी। यह चोट उनके लिए एक बड़ा झटका साबित हुई है।