CTET पेपर 2 – क्या है, कैसे तैयार हों?

अगर आप प्राथमिक या मातृशिक्षक पद की तैयारी कर रहे हैं तो CTET का पेपर 2 आपके लिए बहुत जरूरी है। इस पेपर में बाल विकास, शैक्षिक मनोविज्ञान और शिक्षण विधियों के सवाल आते हैं। यहाँ हम आसान भाषा में बता रहे हैं कि क्या पूछते हैं, कैसे पढ़ें और कौन‑कौन सी चीज़ें मददगार होंगी।

CTET पेपर 2 का पैटर्न

पेपर 2 कुल 150 मार्क्स का होता है, 75 प्रश्न होते हैं और हर सवाल एक ही बार में हल करना पड़ता है। प्रत्येक सही उत्तर के लिए 1 अंक मिलता है, गलत या अनुत्तरित प्रश्न पर कोई पेनल्टी नहीं होती। टाइम‑टेबल देखिए: आपको 180 मिनट यानी 3 घंटे मिलते हैं, तो औसतन 2 मिनट में एक सवाल पूरा करना होगा। इस गति को बनाकर ही आप समय से पहले सभी सवालों का जवाब दे पाएँगे।

मुख्य सिलेबस और टॉपिक

CTET पेपर 2 के मुख्य भाग हैं:

  • बाल विकास (Child Development): शारीरिक, संज्ञानात्मक, सामाजिक‑भावनात्मक विकास की अवधारणाएँ।
  • शैक्षिक मनोविज्ञान (Educational Psychology): सीखने के सिद्धांत, प्रेरणा, स्मृति और ध्यान पर प्रश्न।
  • शिक्षण विधियाँ (Pedagogy): विभिन्न विषयों की पढ़ाने की तकनीकें, मूल्यांकन उपकरण, वर्ग प्रबंधन।

इन टॉपिक्स को याद रखने के बजाय समझें – उदाहरण से जुड़कर देखिए कि बच्चा कैसे सीखता है और आप कौन‑सी रणनीति अपना सकते हैं। यह नॉलेज सीधे प्रश्नों में निकलती है।

तैयारी के आसान टिप्स

1. नोट बनाएं: हर टॉपिक का छोटा सारांश लिखें, जैसे ‘Piaget की पाँच चरण’ या ‘वॉल्टर एरिचसन के सामाजिक विकास चरण’। नोट को रोज़ दोहराएँ।

2. पिछले साल के प्रश्न पत्र: कम से कम तीन सालों के पेपर डाउनलोड करके हल करें। इससे सवालों का पैटर्न और अक्सर पूछे जाने वाले टॉपिक साफ़ हो जाते हैं।

3. ऑनलाइन टेस्ट: टाइम्ड मॉक टेस्ट दें। समय प्रबंधन की आदत बनती है और आत्मविश्वास बढ़ता है।

4. विषयों का कनेक्शन: बाल विकास और शिक्षण विधियों को जोड़ें – जैसे ‘स्मृति के सिद्धांत को पढ़ाने में कैसे लागू करें’। ऐसे लिंक याद रखने से उत्तर तेज़ी से आते हैं।

5. रीविजन शेड्यूल: अंतिम दो हफ़्ते में सिर्फ मुख्य बिंदुओं की दोहराई पर ध्यान दें, न कि नई चीज़ें सीखने पर। यह स्मृति को स्थिर रखता है।

पैपर डाउनलोड और अपडेट्स

राष्ट्रीय समाचार वेबसाइट पर आप सभी CTET संबंधित लेख, पिछले प्रश्न पत्र और मॉडल टेस्ट आसानी से पा सकते हैं। ‘CTET पेपर 2’ टैग वाले पोस्ट में नई अधिसूचनाएँ और विशेषज्ञों की टिप्स मिलेंगी। नियमित रूप से इस टैग को फॉलो करें ताकि कोई भी अपडेट मिस न हो।

अंत में, याद रखें कि CTET का पेपर 2 सिर्फ रट्टा नहीं, समझदारी पर आधारित है। जब आप टॉपिक को अपने रोज़मर्रा की शिक्षण प्रैक्टिस से जोड़ते हैं, तो प्रश्न हल करना स्वाभाविक हो जाता है। अब अपना प्लान बनाइए, नोट्स तैयार करिए और मॉक टेस्ट शुरू करें – सफलता आपके कदम चूमेगी!