अगर आप कभी ऑनलाइन स्क्रॉल करते‑करते ‘गिवअवे’ शब्द देखते हैं तो समझिए कि यह एक आसान तरीका है मुफ्त में कुछ जीतने का। चुनावी गिवअवे खास तौर पर उन लोगों को टार्गेट करता है जो राजनीति, मतदान या चुनाव से जुड़े होते हैं। कंपनियां और मीडिया हाउसेस इस मौके का फायदा उठाकर अपनी पहुंच बढ़ाते हैं, जबकि हमें सिर्फ़ एक फ़ॉर्म भरना या छोटा सा टास्क पूरा करना पड़ता है।
इन गिवअवेज़ में आमतौर पर मोबाइल रिचार्ज, शॉपिंग वाउचर, गैजेट्स या यहां तक कि टिकटें भी मिलती हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि जीतने की संभावना अक्सर सामान्य प्रतियोगिताओं से अधिक होती है, क्योंकि एंट्री की संख्या सीमित रहती है और अक्सर लक्षित दर्शकों को ही आमंत्रित किया जाता है.
सबसे पहले भरोसेमंद वेबसाइट या आधिकारिक सोशल मीडिया पेज ढूँढ़ें। लिंक पर क्लिक कर के फ़ॉर्म खोलें, अपना नाम, मोबाइल और ई‑मेल भरें। कई बार आपको एक छोटा सवाल जवाब देना पड़ता है – जैसे आपका पसंदीदा उम्मीदवार कौन है या आप वोट क्यों देते हैं। यह हिस्सा सिर्फ़ वैरिफिकेशन के लिए होता है, इसलिए सच्चाई से जवाब दें.
फ़ॉर्म सबमिट करने के बाद अक्सर एक ‘एंट्री कन्फर्मेशन’ मैसेज आता है। कुछ गिवअवे में अतिरिक्त शर्तें होती हैं – जैसे पोस्ट शेयर करना या दोस्तों को टैग करना. अगर ये आपके लिए ठीक लगे तो वही करें, नहीं तो बेसिक एंट्री ही पर्याप्त होगी.
पहली बात, एक से ज्यादा गिवअवे पर एक साथ भाग लें। जितनी एंट्रीज, उतनी जीत की संभावनाएं. दूसरा, समय का ध्यान रखें – कई बार एंट्री की आखिरी तिथि सुबह 10 बजे तक होती है, इसलिए देर न करें.
तीसरा, नियमों को ठीक‑ठाक पढ़ें. कभी‑कभी छोटे प्रावधान जैसे ‘केवल भारत के रहवासी’ या ‘18 साल से ऊपर’ होते हैं, जो आपकी एंट्री को अमान्य बना सकते हैं. चौथा, अपने प्रोफ़ाइल को अपडेट रखें – अगर गिवअवे विजेता का चयन रैंडम नंबर जनरेटर से हो रहा है तो सही फ़ोन और ई‑मेल जरूरी है.
आख़िर में, निराश न हों. हर गिवअवे नहीं जीत सकते, लेकिन लगातार कोशिश करने से एक दिन ज़रूर नाम सामने आएगा। याद रखें, चुनावी गिवअवे सिर्फ़ इनाम नहीं, बल्कि राजनीति के बारे में जागरूकता बढ़ाने का भी जरिया हैं.
तो अब देर किस बात की? अपने पसंदीदा पेज खोलें, एंट्री फॉर्म भरें और इस अवसर को हाथ से न निकलने दें। आपका अगला इनाम बस एक क्लिक दूर हो सकता है!
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति, इलॉन मस्क, पर $1 मिलियन प्रतिदिन चुनावी गिवअवे के मामले में एक मुकदमा दर्ज किया गया है। यह मुकदमा अरिजोना की निवासी जैकलीन मकफर्टी ने दर्ज कराया है। आरोप है कि मस्क और उनके संगठन ने मतदाताओं को गुमराह किया और विजेताओं का चयन पूर्वनिर्धारित था, जिससे उन्होंने व्यक्तिगत जानकारी एकत्र की।