आपने शायद कभी टीवी या समाचार में सुना होगा ‘गुजारा भत्ता’ शब्द। यह एक सरकारी योजना है जो बुज़ुर्गों, दिव्यांग लोगों या आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को आर्थिक मदद देती है. अगर आप या आपके रिश्तेदार इस सहायता के हकदार हैं तो नीचे दी गई जानकारी से जल्दी समझ सकते हैं.
गुजारा भत्ता मिलने के लिए कुछ बुनियादी शर्तें पूरी करनी होती हैं। सबसे पहले, आवेदक की आय एक निश्चित सीमा से नीचे होनी चाहिए—आमतौर पर ₹1.5 लाख वार्षिक या उससे कम। दूसरा, उम्र 60 साल या उससे अधिक होना चाहिए, लेकिन कुछ राज्य युवा वर्ग के लिए भी इस योजना को खोल रहे हैं, खासकर अगर वह दिव्यांग हों.
साथ ही, दस्तावेज़ जैसे आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, जाति प्रमाणपत्र (यदि लागू हो) और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत पड़ेगी. इन सबको तैयार रखिए ताकि आवेदन में देरी न हो.
अब बात करते हैं कैसे अप्लाई करें। सबसे आसान तरीका है ऑनलाइन पोर्टल पर जाना। वेबसाइट nationalmovers.co.in पर ‘गुजारा भत्ता’ टैब में जाएँ, फिर ‘आवेदन फॉर्म’ क्लिक करें. फॉर्म में अपने बुनियादी विवरण भरें, दस्तावेज़ अपलोड करें और सबमिट कर दें.
अगर आप इंटरनेट से नहीं जुड़ पा रहे हैं तो निकटतम पिंच कार्यालय या सामाजिक कल्याण विभाग में जाकर फ़ॉर्म ले सकते हैं। फ़ॉर्म भरते समय ध्यान रखें कि सभी जानकारी सही हो; छोटी‑छोटी गलतियां भी मंज़ूरी को रोक सकती हैं.
आवेदन जमा करने के बाद 30-45 दिनों में आपके बैंक खाते में भुगतान ट्रांसफर किया जाएगा. कई बार लोगों को पूछताछ पत्र (क्वेरी लेटर) मिलता है, तो तुरंत जवाब दें, नहीं तो प्रक्रिया रुक सकती है.
भत्ते की राशि राज्य‑वार अलग-अलग होती है। कुछ राज्यों में यह ₹2,000 से शुरू होता है और अधिकतम ₹5,000 तक जा सकता है. कई बार सरकार विशेष परिस्थितियों जैसे महामारी या प्राकृतिक आपदा के दौरान अतिरिक्त मदद भी देती है, इसलिए हमेशा नवीनतम नोटिफिकेशन पर नज़र रखें.
अगर आपका आवेदन अस्वीकृत हो गया तो निराश न हों। कारण जानकर फिर से अपील कर सकते हैं. अक्सर दस्तावेज़ी त्रुटियों या आय प्रमाण में गलती के कारण रिजेक्ट होता है; उन मुद्दों को ठीक करके दोबारा कोशिश करें.
संक्षेप में, गुजारा भत्ता एक सशक्त सुरक्षा जाल है जो आर्थिक दबाव में रहने वाले लोगों को राहत देता है. सही जानकारी, समय पर आवेदन और दस्तावेज़ तैयार रखकर आप इस मदद का पूरा फायदा उठा सकते हैं. किसी भी नई अपडेट के लिए राष्टरिय समाचार की टैग पेज ‘गुजारा भत्ता’ नियमित रूप से देखना न भूलें.
धनश्री वर्मा के परिवार ने उनके और युजवेंद्र चहल के बीच 60 करोड़ रुपये के गुजारा भत्ता की माँग को गलत बताया है। शादी के बाद 18 महीने के अंदर अलग होने के बाद उन्होंने कोर्ट में काउंसलिंग सत्र में भाग लिया। परिवार ने मीडिया से गलत सूचना न फैलाने की अपील की।