अगर आपको कभी पेट में भारीपन या अचानक वजन कम होना महसूस हुआ हो तो यह लिवर ट्यूमर का संकेत हो सकता है। यकृत हमारा महत्वपूर्ण अंग है, इसलिए इसमें कोई भी असामान्य वृद्धि गंभीर हो सकती है। इस लेख में हम बात करेंगे कि लिवर ट्यूमर कैसे बनता है, किन कारणों से होता है और क्या-क्या उपचार उपलब्ध हैं, ताकि आप जल्दी पहचान कर सही कदम उठा सकें।
सबसे आम कारण हेपेटाइटिस बी और सी वायरस की लगातार इंफेक्शन है। जब ये वाइरस लिवर को नुकसान पहुँचाते हैं, तो समय के साथ सेल्स में अनियंत्रित बदलाव हो सकते हैं। शराब का अधिक सेवन, मोटापा और डाइबिटीज़ भी जोखिम बढ़ाते हैं क्योंकि ये यकृत पर अतिरिक्त बोझ डालते हैं। कुछ लोगों में जीनिक म्यूटेशन या हेमोक्रोमैटोसिस जैसी आनुवांशिक बीमारियाँ लिवर ट्यूमर की संभावना को और अधिक बना देती हैं। इन सभी कारकों से बचने के लिए नियमित चेक‑अप और स्वस्थ जीवनशैली जरूरी है।
लिवर ट्यूमर का इलाज कई तरीकों से हो सकता है, जो ट्यूमर की साइज, लोकेशन और स्टेज पर निर्भर करता है। छोटे ट्यूमर को रैडियोफ़्रीक्वेंसी एब्लेशन या लेज़र थेरपी से ठीक किया जा सकता है। बड़े ट्यूमर के लिए शल्य उपचार यानी लिवर रीसेक्षन या ट्रांसप्लांट की सिफ़ारिश होती है। अगर कैंसर पहले ही फैल चुका हो तो कीमोथेरेपी और टार्गेटेड ड्रग्स मददगार होते हैं। इलाज से पहले डॉक्टर अक्सर MRI, CT स्कैन और बायोप्सी कराते हैं ताकि सही स्टेज पता चले।
रोकथाम के लिए सबसे आसान उपाय है हेपेटाइटिस वैक्सीन लगवाना, शराब कम करना, वजन नियंत्रित रखना और नियमित व्यायाम करना। अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर या टाइप‑2 डायबिटीज़ है तो उसे सही दवा से कंट्रोल में रखें। साल में दो बार अल्ट्रासाउंड या लिवर फ़ंक्शन टेस्ट करवाने से शुरुआती बदलाव जल्दी पकड़ में आ जाते हैं और इलाज आसान हो जाता है।
लक्षणों पर नजर रखना भी जरूरी है। अगर पेट में लगातार दर्द, पीलिया (त्वचा का पीला पड़ना), थकान या अनजाने खून बहना शुरू हो जाए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। अक्सर शुरुआती चरण में लिवर ट्यूमर बिना किसी स्पष्ट संकेत के बढ़ता है, इसलिए नियमित जांच ही एकमात्र बचाव का तरीका है।
भविष्य में रिसर्च नए बायोमार्कर्स और इमी्यून थेरपी की दिशा में आगे बढ़ रही है, जिससे इलाज की सफलता दर बेहतर होगी। अभी उपलब्ध उपचारों को अपनाकर आप बीमारी को कंट्रोल कर सकते हैं और जीवन गुणवत्ता बनाए रख सकते हैं। याद रखें, समय पर पहचान और सही इलाज ही लिवर ट्यूमर से लड़ने का सबसे बड़ा हथियार है।
अगर आप या आपका कोई परिचित इस समस्या से जूझ रहा हो तो उपरोक्त सुझावों को अपनाएँ और डॉक्टर की सलाह के बिना किसी दवा या सप्लीमेंट का उपयोग न करें। स्वास्थ्य में निवेश हमेशा फायदेमंद रहता है, खासकर जब बात यकृत जैसी महत्त्वपूर्ण अंग की हो।
Dipika Kakar के लिवर में टेनिस बॉल जितना बड़ा ट्यूमर मिला है, जो फिलहाल बिनाइन माना जा रहा है लेकिन अंतिम जांचें बाकी हैं। पति Shoaib Ibrahim ने एक भावुक वीडियो में ये जानकारी दी। Dipika को पेट में दर्द और बेचैनी की शिकायत थी, जिसके बाद हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया।