जब दो टीमों के पॉइंट्स बराबर होते हैं, तो विजेता तय करने के लिये अक्सर नेट रन रेट (NRR) देखा जाता है। यह आँकड़ा बताता है कि एक टीम ने अपने मैचों में औसत कितनी जल्दी रन बनाये या रोक लिये। अगर आप क्रिकेट फैंस हैं या खिलाड़ी, तो NRR को समझना जरूरी है, क्योंकि यही कई बार प्ले‑ऑफ़ पहुँचाने या बाहर कर देने में काम आता है।
NRR निकालने का फ़ॉर्मूला बहुत आसान है: (किए गए रन ÷ फेस किए ओवर) – (दिये गए रन ÷ बॉल किए ओवर). यानी आपके स्कोर का औसत निकालो और विरोधी के स्कोर का औसत घटा दो।
उदाहरण देखें: टीम A ने 250 रन 50 ओवर में बनाए और विपक्ष को 200 रन 50 ओवर में दिया। अब NRR = (250/50) – (200/50) = 5 – 4 = +1.00. एक पॉज़िटिव NRR बताता है कि टीम ने औसतन ज्यादा रन बनाये और कम रनों को रोक दिया। नाकरात्मक NRR का मतलब उल्टा है।
NRR को सुधारने के लिये दो चीज़ों पर ध्यान दें – खुद के रन बनाना और विपक्ष को कम रन बनना। चेज़ेस में जल्दी से रन बनाना, जैसे 30‑30 या 40‑40 की तेज़ शुरुआत, अक्सर NRR को बढ़ाता है। वही, जब आप गेंदबाज़ी कर रहे हों, तो ओवर को कम स्कोर पर रखें, जैसे 8‑9 रन प्रति ओवर, तो आपके खिलाफ रनों का औसत घटेगा।
कभी‑कभी टीम को बड़ा लक्ष्य मिलना जरूरी नहीं, बल्कि मौजूदा लक्ष्य को जल्दी समाप्त करना फायदेमंद होता है। उदाहरण के तौर पर, 150‑रन के टार्गेट को 20‑ओवर में पूरा करना NRR को बहुत बढ़ा देता है, जबकि 250‑रन का लक्ष्य बनाकर 45‑ओवर तक ले जाना उतना प्रभावी नहीं रहता।
पॉइंट्स के साथ-साथ नेट रन रेट दांव पर भी आता है, खासकर IPL, बारमिंटन लीग या विश्व कप जैसी बड़ी टूर्नामेंट में। अगर आप एक टीम के फैंस हैं, तो इस बात को देखना दिलचस्प रहेगा कि कौन सी टीम तेज़ रेट पर जीत रही है।
याद रखें, NRR एक गणितीय धारा है, पर इसका असर मैदान पर दिखता है। अगर आप खिलाड़ी हैं, तो हर ओवर में रन बनाना या रोकना दोन्हों को देखें। अगर आप फैंस हैं, तो स्कोरबोर्ड पर NRR को देख कर मैच का रिवर्सल समझना आसान हो जाता है।
तो अगली बार जब आप पॉइंट टेबल देखें, तो सिर्फ पॉइंट्स नहीं, NRR को भी चेक करें। यह छोटे-छोटे आँकड़े अक्सर बड़े फैंस के लिए जीतने का राज होते हैं।
यूएई को हराकर भारत ग्रुप ए से सुपर फोर में पहुंचने वाली पहली टीम बना। अब बड़ा सवाल है—क्या भारत फिर भी बाहर हो सकता है? अंक तालिका, टाई-ब्रेकर और बचे हुए मैचों के समीकरण बताते हैं कि नहीं। पाकिस्तान और यूएई के बीच मुकाबला दूसरे स्थान का फैसला करेगा, जबकि भारत अब सुपर फोर की तैयारी पर फोकस करेगा।