अगर आपको लगता है कि आवाज़ पहले जितनी साफ नहीं सुनाई देती या अक्सर आप बात को दोहराते हैं, तो यह संभवतः सेंसरिनेरल नरव हियरिंग लॉस (SNHL) की वजह से हो सकता है। इस समस्या में कान के अंदर की नर्व और कॉक्लिया प्रभावित होते हैं, इसलिए बाहरी या मध्य कान की खराबी नहीं होती। आमतौर पर उम्र बढ़ने, तेज़ शोर या कुछ दवाओं की वजह से यह पैदा होता है। चलिए जानते हैं कि इसे कैसे पहचानें और क्या कर सकते हैं.
सबसे पहले ध्यान दें कि आवाज़ धुंधली सुनाई देना, एक ही शब्द को दो बार पूछना या टीवी की वॉल्यूम बहुत बढ़ा देना सामान्य संकेत हैं। कई लोग यह भी अनुभव करते हैं कि कुछ खास फ़्रीक्वेंसी (जैसे महिलाओं की आवाज़) समझने में दिक्कत होती है जबकि गहरी आवाज़ ठीक रहती है। अगर अचानक सुनाई देने में कमी आती है, तो तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए क्योंकि यह कभी‑कभी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है.
एक आसान टेस्ट घर पर कर सकते हैं: एक दोस्त या परिवार वाला अपने मोबाइल या रेडियो की ध्वनि को धीरे‑धीरे बढ़ाते हुए सुनें। यदि आवाज़ साफ नहीं आती तो समस्या बड़ी होने की संभावना रहती है. लेकिन याद रखें, यह सिर्फ शुरुआती संकेत देता है; सही डायग्नोसिस के लिए ऑडियोलॉजिस्ट का परीक्षण ज़रूरी है.
सेंसरिनेरल हियरिंग लॉस को पूरी तरह ठीक करना मुश्किल हो सकता है, लेकिन कई उपाय सुनवाई को सुधार सकते हैं। सबसे पहले डॉक्टर की सलाह से हियरिंग एइड या कॉम्पैक्ट डिवाइस इस्तेमाल करें; ये उपकरण ध्वनि को बढ़ाकर नर्व तक पहुंचाते हैं.
अगर कारण तेज़ शोर के संपर्क में आना है, तो कान पर इयरप्लग पहनें और लंबे समय तक हाई वॉल्यूम संगीत से बचें। कुछ दवाएँ (जैसे एंटीबायोटिक या कीमोथेरेपी) सुनवाई को नुकसान पहुंचा सकती हैं; डॉक्टर से पूछकर वैकल्पिक उपचार चुनें.
आहार भी मददगार हो सकता है। ओमेगा‑3 फॅटी एसिड, विटामिन B12 और मैंगनीज़ वाले खाद्य पदार्थ नर्व की मरम्मत में सहायक होते हैं। रोज़ाना एक छोटी मुठी अखरोट या अलसी के बीज खाने से लाभ मिल सकता है.
व्यायाम और तनाव कम करना भी फायदेमंद है क्योंकि रक्तसंचार सुधरता है और नर्व को ऑक्सीजन अच्छी तरह पहुंचती है। योग में श्वास अभ्यास, खासकर अनुलोम विलोम, कान की रक्तवाही बढ़ाते हैं.
अंत में, नियमित चेक‑अप करना जरूरी है। यदि सुनवाई में धीरे‑धीरे गिरावट आ रही हो तो डॉक्टर को बताएं; शुरुआती उपचार से आगे की समस्याओं को रोका जा सकता है. याद रखें, समय पर कार्रवाई आपके जीवन की गुणवत्ता बनाए रखेगी.
तो अब जब आप जानते हैं कि सेंसरिनेरल नरव हियरिंग लॉस क्या है और इसके लक्षण कैसे पहचानें, तो तुरंत कदम उठाएँ। छोटी‑छोटी आदतों में बदलाव और सही इलाज से सुनने का आनंद फिर से वापस मिल सकता है.
बॉलीवुड की प्रख्यात पार्श्व गायिका अलका याग्निक ने खुलासा किया है कि उन्हें सेंसरिनेरल नर्व हियरिंग लॉस रोग हो गया है। यह रोग कान या श्रवण तंत्रिका की क्षति के कारण होता है, जो ध्वनि संकेतों को मस्तिष्क तक ले जाती है। इस रोग का इलाज नहीं किया जा सकता, लेकिन इसे श्रवण यंत्र या कॉक्लियर इम्प्लांट्स के साथ प्रबंधित किया जा सकता है। अलका इस बीमारी के साथ संघर्ष के बारे में खुलकर बात कर रही हैं और सुनवाई स्वास्थ्य की देखभाल के महत्त्व पर जोर दे रही हैं।