भारत के संसदीय चुनाव 2024: जनता का जनादेश
भारत के संसदीय चुनाव 2024 की प्रक्रिया मार्च 7, 2024 को शुरू हुई थी, जिसमें देशभर के मतदाताओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया। इन चुनावों का प्रतिफल अब सामने आने लगा है और इससे देश की राजनीतिक तस्वीर भी साफ हो रही है। इन चुनावों में मतदाताओं ने अलग-अलग पार्टियों को समर्थन दिया है, जिससे राजनीति के नए समीकरण बनते दिख रहे हैं।
लाइव वोट काउंटिंग के अनुसार, आज दोपहर 2:45 बजे तक भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) को 241 सीटों पर बढ़त मिल चुकी है। भाजपा का इतना बड़ा प्रदर्शन कांग्रेस को काफी पीछे छोड़ किसी भी दल के लिए दावेदारी करना मुश्किल बना रहा है। कांग्रेस को इस बार केवल 98 सीटों पर बढ़त मिल पाई है। इसके अतिरिक्त, समाजवादी पार्टी (सपा) 36 सीटों पर, आम आदमी पार्टी (आप) 31 सीटों पर और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) 21 सीटों पर मजबूती से खड़ी है।
आंध्र प्रदेश में टीडीपी का दबदबा
आंध्र प्रदेश में, तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) ने भी अपनी प्रमुखता स्थापित की है। अब तक 175 में से 130 सीटों पर टीडीपी को बढ़त मिली है। इसके विपरीत, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) केवल 45 सीटों पर उम्मीद बनाए हुए है। इस राज्य का यह प्रदर्शन टीडीपी के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है।
ओडिशा: भाजपा की महत्वपूर्ण भूमिका
ओडिशा में भी भाजपा ने जबरदस्त प्रदर्शन किया है और 78 सीटें हासिल की हैं। बीजू जनता दल (बीजेडी) और कांग्रेस ने क्रमश: 54 और 11 सीटों पर बढ़त बनाई है। इसके अतिरिक्त, दो स्वतंत्र उम्मीदवार भी मैदान में हैं। ओडिशा की राजनीति में भाजपा का यह प्रदर्शन बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बिहार में कड़ा मुकाबला
बिहार में, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने 14 सीटों पर, भाजपा ने 12 सीटों पर और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने 4 सीटों पर बढ़त बनाई है। विशेष रूप से, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद पटना साहिब में तेजस्वी यादव के खिलाफ बढ़त बनाए हुए हैं। बिहार में इस समय राजनीतिक प्रतिस्पर्धा चरम पर है।
जम्मू और कश्मीर का हाल
जम्मू और कश्मीर में, नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने दो-दो उम्मीदवार खड़े किए हुए हैं, जबकि भाजपा और एक स्वतंत्र उम्मीदवार भी मैदान में हैं। यहां का चुनाव परिणाम देशभर में महत्वपूर्ण संदेश देने वाला होगा।
गुजरात की स्थिति
गुजरात में, भाजपा ने लगभग सभी सीटों पर कब्जा जमाया है। केवल बनासकांठा में कांग्रेस कड़ी चुनौती दे रही है। राज्य के प्रमुख नेताओं जैसे अमित शाह, नरेंद्र मोदी, धवल पटेल और पुरूषोत्तम रूपाला भी अपनी-अपनी सीटों पर बढ़त कायम किए हुए हैं।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस की बढ़त
पश्चिम बंगाल में, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) 42 में से 29 सीटों पर आगे चल रही है। भाजपा ने भी यहां अपने लिए 12 सीटों पर स्थिति मजबूत बनाई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी और केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू जैसे प्रमुख चेहरे अपने क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए हैं।
हरियाणा: कड़ा मुकाबला
हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर चल रही है। कांग्रेस 5 सीटों पर और भाजपा 6 सीटों पर आगे है। यहां भी मतदाताओं का रुझान दिलचस्प है।
पूर्वोत्तर भारत
असम में कांग्रेस 3 सीटों पर आगे है। मेघालय में VOICE पार्टी के डॉक्टर रिकी सेंगुप्ता शिलॉन्ग सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। अरुणाचल प्रदेश में भी कांग्रेस ने एक सीट पर बढ़त हासिल की है।
भारत के संसदीय चुनाव 2024 के ये परिणाम न केवल राजनीतिक दलों के लिए बल्कि देश के भविष्य के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। जनता ने जिस प्रकार से अपने मताधिकार का प्रयोग किया है, उसे देखते हुए अगले कुछ दिनों में और भी दिलचस्प बदलाव देखने को मिल सकते हैं।