पहली राष्ट्रपति बहस: ट्रम्प ने जीता, बिडेन स्तब्ध
गुरुवार रात को आयोजित पहली राष्ट्रपति बहस में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बिडेन और रिपब्लिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच जबरदस्त बहस हुई। CNN द्वारा आयोजित इस बहस में प्रमुख मुद्दों पर तीखी चर्चाएँ हुईं, जिनमें महंगाई, आव्रजन, गर्भपात के अधिकार, और विदेशी नीति प्रमुख रहे। एक CNN पोल के अनुसार, इस बहस में 67% दर्शकों ने ट्रम्प को विजेता माना, जबकि 33% ने बिडेन का समर्थन किया।
मुख्य मुद्दे और तीखी बहस
इस बहस में महंगाई एक प्रमुख मुद्दा रहा। ट्रम्प ने बिडेन की नीतियों को महंगाई बढ़ाने के लिए जिम्मेदार ठहराया। आव्रजन पर भी दोनों के बीच गर्मागर्म बहस हुई। ट्रम्प ने बिडेन की आव्रजन नीतियों की आलोचना की, जबकि बिडेन ने मानवीय दृष्टिकोण पर जोर दिया। गर्भपात के अधिकार पर, दोनों ने अपने-अपने पक्ष को मजबूती से रखा। ट्रम्प के अनुसार, बिडेन की नीतियां समाज के नैतिक पतन का कारण बनेंगी, जबकि बिडेन ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए कहा।
विदेशी नीति और सुरक्षा पर बहस
विदेशी नीति पर भी सवाल उठाए गए। ट्रम्प ने अपनी प्रशासन की विदेशी नीतियों की उपलब्धियों को रेखांकित किया, जिसमें उत्तर कोरिया और मध्य पूर्व के समझौते शामिल हैं। इसके विपरीत, बिडेन ने ट्रम्प की कूटनीति को जिम्मेदार ठहराया और संबद्ध देशों के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने का वादा किया। राष्ट्रीय सुरक्षा पर भी दोनों ने अलग-अलग दृष्टिकोण पेश किए। ट्रम्प ने बिडेन को कमजोर बताया और कहा कि वह अमेरिका को सुरक्षित नहीं रख सकते।
सरवजन की प्रतिक्रियाएं और प्रभाव
CNN के फ्लैश पोल ने दिखाया कि 57% दर्शकों ने बिडेन की नेतृत्व क्षमता पर कोई भरोसा नहीं जताया। CNN की राजनीतिक टिप्पणीकार एलिसा फ़राह ग्रिफिन और पूर्व कमेंटेटर क्रिस सिलिज़ा ने बिडेन के प्रदर्शन की आलोचना की, जिसमें सिलिज़ा ने कहा कि यह बहस बिडेन के लिए एक 'कुल और संपूर्ण आपदा' थी। हालाँकि, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बिडेन के प्रदर्शन का बचाव किया और इसे एक मजबूत अंत बताया। वहीं, कई डेमोक्रेटिक पार्टी नेताओं ने बिडेन के प्रदर्शन पर गहरी चिंता जताई, एक डेमोक्रेटिक सक्रियता नें कहा कि 'बिडेन समाप्त हो गए।'
ट्रम्प की जीत और अखबारों की प्रतिक्रियाएं
न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी ट्रम्प को बहस का विजेता घोषित किया और बिडेन की असंगतता की आलोचना की। इस बार, बहस बिना दर्शकों के आयोजित की गई और नोट्स प्रतिबंधित थे, जिससे बोलने की सीमाएं सख्त थीं। यह 2020 के अंतिम राष्ट्रपति बहस से एक महत्वपूर्ण परिवर्तन था, जहाँ 53% दर्शकों ने बिडेन को जीतते हुए माना था, जबकि 39% ने ट्रम्प को विजेता मान लिया था।
आने वाले चुनाव पर प्रभाव
यह बहस 5 नवंबर को होने वाले आगामी चुनाव से पहले महत्वपूर्ण थी। टीवी बहसें पिछले चुनाव परिणामों को प्रभावित करती रही हैं, जैसे 1960 में जेएफ केनेडी और रिचर्ड निक्सन के बीच की बहस। इस बहस का परिणाम दोनों उम्मीदवारों के भाग्य पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। बिडेन के कमजोर प्रदर्शन के कारण, डेमोक्रेटिक पार्टी को आगामी चुनाव में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है, जबकि ट्रम्प के मजबूत प्रदर्शन से उन्हें कुछ बढ़त मिल सकती है।