रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने एक बार फिर से अपने निवेशकों को बड़ा तोहफा देने की घोषणा की है। कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी की अगुवाई में निदेशक मंडल 5 सितंबर 2024 को एक महत्वपूर्ण बैठक करेगा जिसमें 1:1 अनुपात में बोनस शेयर जारी करने का प्रस्ताव रखा जाएगा। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो हर एक मौजूदा शेयरहोल्डर को एक अतिरिक्त शेयर मुफ्त में मिलेगा।
इस कदम का मुख्य उद्देश्य मौजूदा शेयरधारकों को पुरस्कृत करना और बाजार में कंपनी के शेयरों की तरलता को बढ़ाना है। बोनस शेयर पूंजीकरण कंपनी के आरक्षित फंड से किया जाएगा। इस खबर के बाद रिलायंस के शेयरों में 2.6% की बढ़त देखी गई और शेयर की कीमत 3,074.80 रुपये तक पहुँच गई।
यह पहली बार नहीं है जब रिलायंस ने बोनस शेयर जारी करने का फैसला किया है। इससे पहले भी कंपनी ने 2017 और 2009 में भी 1:1 अनुपात में बोनस शेयर जारी किए थे। इस समय कंपनी का शेयर मूल्य अपने लाइफटाइम हाई 3,217.90 रुपये के करीब है, जो इस साल जुलाई 8 को हासिल किया गया था।
बोनस शेयर क्या होते हैं?
बोनस शेयर एक प्रकार का अतिरिक्त शेयर होता है जो एक कंपनी अपने मौजूदा शेयरधारकों को मुफ्त में देती है। यह जारी किए गए शेयर कंपनी के मौजूदा शेयरों के बराबर होते हैं और निवेशकों के बीच बिना किसी खर्च के वितरित किए जाते हैं। यह आमतौर पर कंपनी अपने आरक्षित फंड से करती है। बोनस शेयर का मुख्य उद्देश्य शेयरधारकों को पुरस्कृत करना और शेयर की तरलता बढ़ाना होता है।
बोनस शेयर के फायदे
बोनस शेयर जारी करने के कई फायदे होते हैं:
- शेयरधारकों को पुरस्कृत करना: बोनस शेयर मौजूदा शेयरधारकों के लिए एक बड़ा लाभ होता है जिससे उन्हें अधिक शेयर होते हैं।
- तरलता में वृद्धि: शेयर की संख्या में वृद्धि होने से तरलता भी बढ़ती है और शेयर बाजार में लेन-देन अधिक सक्रिय होता है।
- बाजार में सकारात्मक संकेत: बोनस शेयर जारी करने का निर्णय अक्सर कंपनी के अच्छे वित्तीय सेहत का संकेत होता है, जिससे निवेशकों का विश्वास बढ़ता है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल की इस महत्वपूर्ण बैठक के निर्णय पर निवेशकों की गहरी नजर होगी। अगर यह प्रस्ताव मंज़ूर होता है, तो इसे शेयरधारकों की सामान्य बैठक में अनुमोदित किया जाएगा।
पूर्व में जारी किए गए बोनस शेयरों का प्रभाव
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 1:1 बोनस शेयर 2009 और 2017 में भी जारी किए थे। उन दोनों अवसरों पर कंपनी के शेयरधारकों ने कंपनी के इस कदम का स्वागत किया और शेयर की कीमत में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। 2009 में कंपनी के शेयर की कीमत में वृद्धि का प्रभाव दिखा, जबकि 2017 में भी शेयर की तरलता और मूल्य में बढ़ोतरी हुई।
अब 2024 में फिर से 1:1 बोनस शेयर जारी करने की घोषणा के बाद, निवेशक इसी तरह की सकारात्मक प्रतिक्रिया की उम्मीद कर रहे हैं।
इस अहम बैठक का समय और स्थान
यह महत्वपूर्ण बैठक 5 सितंबर 2024 को निर्धारित की गई है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज के निदेशक मंडल यह प्रस्ताव रखेगा और चर्चा करेगा। अगर इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलती है, तो इसे तुरंत ही निवेशकों के सामने रखा जाएगा और सामान्य बैठक में अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
निवेशकों और बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, यह कदम कंपनी के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इससे न केवल मौजूदा शेयरधारकों को फायदा होगा बल्कि नए निवेशकों को भी आकर्षित करेगा।
आखिर में, रिलायंस इंडस्ट्रीज का यह नया कदम न केवल शेयरधारकों के लिए फायदेमंद होगा बल्कि भारतीय शेयर बाजार के इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकता है।