जब हम F‑1 वीजा, अमेरिका में पूर्णकालिक शैक्षणिक कार्यक्रम में दाखिला लेने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिये जारी किया गया गैर‑इमीग्रेंट वीजा. Also known as अंतरराष्ट्रीय छात्र वीजा, it enables आप अपने सपनों के US विश्वविद्यालय, अमेरिकी मान्यता प्राप्त उच्च शिक्षा संस्थान में पढ़ाई कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में I‑20 फॉर्म, दाखिला स्वीकृति पत्र जो F‑1 वीजा आवेदन के लिये अनिवार्य है की भूमिका बहुत अहम है। इन तीन मुख्य इकाइयों की समझ से आगे का कदम आसान हो जाता है।
अब बात करते हैं कि F‑1 वीजा के लिए किन‑किन शर्तों को पूरा करना जरूरी है। सबसे पहले आपको एक मान्यता प्राप्त अमेरिकी शैक्षणिक संस्थान से एडमिशन लेटर चाहिए, जो SEVIS (Student and Exchange Visitor Information System) में आपका रिकॉर्ड बनाता है। SEVIS आईडी के बिना I‑20 फॉर्म जारी नहीं किया जा सकता, इसलिए विश्वविद्यालय से एडमिशन मिलने के बाद तुरंत SEVIS फीस (आमतौर पर $350) का भुगतान करना आवश्यक है। अगला कदम है DS-160 ऑनलाइन वीज़ा फ़ॉर्म भरना, जिसमें व्यक्तिगत, शैक्षणिक और वित्तीय जानकारी दर्ज करनी होती है। वित्तीय प्रूफ़ में बैंक स्टेटमेंट, स्कॉलरशिप लेटर या प्रायोजक का समर्थन दिखाना पड़ता है; इससे कांसुलर अधिकारी को भरोसा रहेगा कि आप अपनी पढ़ाई और रहने के खर्चे खुद उठा पाएंगे। इंटरव्यू के दौरान कांसुलर अधिकारी अक्सर तीन मुख्य सवाल पूछता है: आपका कोर्स क्या है, पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत में आपका क्या प्लान है, और आपके पास पर्याप्त फंड है या नहीं। यहाँ प्लानिंग ही मायने रखती है—वास्तविक लक्ष्य, जैसे कि भारत में अपने क्षेत्र में करियर बनाना, या एक्सटेंशन (OPT) के बाद भी अमेरिका में काम करना, को स्पष्ट रूप से बताना चाहिए। साथ ही, अपनी शिक्षा से जुड़ी रेफ़रेंस, ग्रीड, रिसर्च प्रोजेक्ट्स जैसी जानकारी तैयार रखें; इससे आपका प्रोफ़ाइल भरोसेमंद दिखेगा। एक बार वीज़ा मिला तो अगले कदम की तैयारी शुरू होती है। यात्रा से पहले अपने I‑20 पर साइन करना, फिर SEVIS I‑901 पेमेंट का प्रिंटआउट साथ रखना, और यात्रा के 30 दिन पहले तक US बैंकर से फंड ट्रांसफर की रसीद रखना ज़रूरी है। अमेरिका पहुँचते ही आप को कॉलेज के अंतर्राष्ट्रीय छात्र कार्यालय में रिपोर्ट करना होगा, जहाँ वे आपका SEVIS रिकॉर्ड अपडेट करेंगे और आपको आवश्यक ओरिएंटेशन देंगे। इस समय आप अपने प्रोग्राम की शुरुआत, कोर्स रजिस्ट्रेशन और अध्यन के लिये कैंपस सुविधाओं का फायदा उठा सकते हैं। F‑1 वीजा का एक बड़ा फायदा है Optional Practical Training (OPT) जो पढ़ाई के बाद 12 महीने (STEM छात्रों के लिए 24 महीने के एक्सटेंशन) तक काम करने की अनुमति देता है। यह अनुभव भारत में वापसी पर भी बहुत मूल्यवान माना जाता है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय कार्य अनुभव कई नियोक्ताओं को आकर्षित करता है। यदि आप पढ़ाई के दौरान इंटर्नशिप (CPT) करना चाहते हैं, तो उसी के लिए भी I‑20 पर अनुमति लेनी पड़ेगी और इससे आपके अकादमिक प्रोग्रेस में बाधा नहीं आती। अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में से एक है “क्या F‑1 वीजा के साथ पार्ट‑टाइम जॉब कर सकते हैं?” हाँ, कैंपस के भीतर 20 घंटे तक और छुट्टियों में फुल‑टाइम काम allowed है, बशर्ते आपका एंगेजमेंट स्कूल की अनुमति में हो। लेकिन याद रखें, इस प्रकार की कमाई को टैक्स रिटर्न फ़ाइल करना पड़ता है, अन्यथा भविष्य में इमीग्रेशन प्रोसेस में दिक्कत हो सकती है। संक्षेप में, F‑1 वीजा की प्रोसेस एक श्रृंखला है जहाँ हर कदम पर सही दस्तावेज़, सटीक जानकारी और समय प्रबंधन की जरूरत होती है। सही तैयारी, विश्वविद्यालय की मदद और कांसुलर अधिकारियों की अपेक्षाओं को समझ कर आप इस प्रक्रिया को सुगम बना सकते हैं। नीचे आपको इस टैग में संग्रहित विभिन्न लेख मिलेंगे—कुछ आवेदन फॉर्म के तकनीकी विवरण में गहराई से जाएंगे, कुछ इंटरव्यू टिप्स देंगे, और कुछ पोस्ट‑स्टडी करियर विकल्पों पर प्रकाश डालेंगे। इन लेखों को पढ़ने से आप न सिर्फ वीज़ा प्राप्त करने में बल्कि अमेरिका में अपने शैक्षणिक सफ़र को सफल बनाने में भी एक कदम आगे रहेंगे।
अमेरिकी विदेश विभाग ने 18 जून 2025 को F, M, J वीसा आवेदकों को सभी सोशल‑मीडिया प्रोफ़ाइल सार्वजनिक करने की अनिवार्य जरूरत बताई, जिससे छात्रों को वीज़ा प्रक्रिया में नया तनाव और गोपनीयता मुद्दे का सामना करना पड़ेगा।