दिल का रोग अक्सर बिना लक्षणों के शुरू होता है, इसलिए कई लोग नहीं जानते कि उनका जोखिम कितना है। इस वजह से डॉक्टर ने एक आसान तरीका निकाला – जोखिम स्कोर. ये स्कोर आपके उम्र, रक्तचाप, कोलेस्ट्रॉल, धूम्रपान और शारीरिक सक्रियता जैसी बातों पर आधारित होता है. जब आप अपना स्कोर जान लेते हैं तो समझ पाते हैं कि अभी क्या बदलाव चाहिए.
स्कोर दो तरह के होते हैं – 10‑साल का और जीवनभर का. अगर आपका 10‑साल का स्कोर 10% से कम है, तो अगले दस साल में दिल की बीमारी होने की संभावना बहुत कम है. 20‑30% के बीच का जोखिम मध्यम माना जाता है, और 30% से ऊपर का स्कोर हाई रिस्क दिखाता है. इस आंकड़े को देखकर डॉक्टर उचित जांच या दवा तय कर सकते हैं.
1. सही खान-पान: रोज़ाना फलों, सब्जियों और साबुत अनाज की मात्रा बढ़ाएँ। तले‑भुने खाने और बहुत ज्यादा नमक से बचें. तेल का इस्तेमाल सीमित रखें, खासकर ट्रांस फैट वाले तेल.
2. शारीरिक एक्टिविटी: हल्का व्यायाम जैसे तेज चलना, साइकिल चलाना या घर पर योग रोज़ 30 मिनट करें। यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल दोनों को नियंत्रित करता है.
3. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान सीधे हृदय की धमनियों को नुकसान पहुंचाता है. एक बार छोड़े तो रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल जल्दी सुधरते हैं.
4. वज़न घटाएँ: अगर आपका BMI 25 से ऊपर है, तो वजन कम करने से जोखिम स्कोर में बड़ा अंतर आता है. छोटे‑छोटे बदलाव, जैसे चीनी की मात्रा कम करना या लिफ्ट के बजाय सीढ़ी लेना, मददगार होते हैं.
5. नियमित जांच: ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और रक्त शर्करा की साल में दो बार जाँच करवाएँ. अगर किसी भी मानक में बढ़ोतरी दिखे तो डॉक्टर से तुरंत सलाह लें.
इन सरल उपायों को रोज़मर्रा की ज़िन्दगी में जोड़ना आसान है और यही आपके जोखिम स्कोर को घटाता है. याद रखें, छोटा बदलाव बड़ा फर्क लाता है. अगर अभी भी संदेह है, तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर फ्रामिंगहैम या अन्य स्थानीय कार्डियोवस्क्युलर रिस्क कैलकुलेटर का प्रयोग करें. एक बार स्कोर जानने के बाद आप सही दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं और दिल को स्वस्थ रख सकते हैं.
अंत में, हृदय रोग जोखिम स्कोर सिर्फ़ नंबर नहीं है; यह आपके स्वास्थ्य की राह दिखाता है. इसलिए इसे गंभीरता से लें, बदलाव शुरू करें और अपने जीवन का आनंद लेते रहें.
अमेरिकी हृदय संघ के वैज्ञानिक सत्र 2024 में प्रस्तुत एक अध्ययन ने खुलासा किया है कि MESA हार्ट रोग जोखिम स्कोर का एक ऐसा संस्करण जिसमें जातीयता शामिल नहीं की गई है, वह भी हृदय रोग जोखिम की भविष्यवाणी इतनी ही सटीकता के साथ करता है जितना कि वह संस्करण जिसमें जातीयता शामिल है। MESA स्कोर का उपयोग कोरोनरी हृदय रोग के जोखिम का पूर्वानुमान करने के लिए किया जाता है।