हर साल बजट के बाद लोग सवाल करते हैं – अब मेरा कर कितना बढ़ेगा? इस लेख में हम सीधे उन बदलावों को समझेंगे जो सरकार ने हाल ही में पेश किए हैं और दिखाएंगे कि आप इनसे पैसे कैसे बचा सकते हैं। कोई जटिल गणित नहीं, सिर्फ़ कुछ आसान कदम जो आपकी जेब पर असर डालते हैं।
सबसे पहले आयकर स्लैब में सुधार आया है। 2024‑25 से 30 % टैक्स वाले वर्ग की सीमा को 12.5 लाख तक बढ़ाया गया, जिससे मध्यम वर्ग के कई लोग कम दर पर कर दे सकेंगे। दूसरा बड़ा बदलाव GST का सरलीकरण है – अब छोटे व्यवसायों को पाँच प्रतिशत की एक ही दर में रजिस्टर किया जा सकता है, जिससे दो‑तीन फॉर्म भरने की झंझट खत्म होगी। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक इनवॉइसिंग अनिवार्य हो गई है, इसलिए पेपर बिल की जगह डिजिटल रिकॉर्ड रखना आसान और सुरक्षित रहेगा।
इन बदलावों को अपने लाभ में बदलने के लिए दो चीज़ें याद रखें: पहले अपनी आय का सही‑सही हिसाब रखें, फिर टैक्स रिटर्न फाइलिंग के समय डिजिटल पोर्टल का उपयोग करें। अगर आप फ्रीलांसर या छोटा उद्यमी हैं तो GST‑के तहत “Composition Scheme” अपनाना फायदेमंद हो सकता है – इस योजना में केवल 1 % या 5 % की एक ही दर लगती है और वार्षिक रिटर्न भी कम होते हैं। दूसरा, यदि आपका वेतन 12 लाख से नीचे है तो नई आयकर छूट का पूरा लाभ उठाएँ; कई लोग पुराने स्लैब पर फाइल करते हैं जिससे अनावश्यक टैक्स कट जाता है।
ध्यान रखें कि सभी बदलाव एक साथ लागू नहीं हुए हैं – कुछ नियम अगले वित्त वर्ष से शुरू होते हैं। इसलिए बजट नोटिस और सरकारी अधिसूचनाओं को नियमित रूप से पढ़ें, या भरोसेमंद चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद लें। समय पर रिटर्न फाइल करने से जुर्माना बचता है और आप टैक्स रिफंड भी जल्दी प्राप्त कर सकते हैं।
अगर आपके पास कई स्रोतों से आय आती है – जैसे सैलरी, किराये का доход या पूंजीगत लाभ – तो प्रत्येक के लिए अलग‑अलग टैक्स नियमन देखें। कई बार लोग केवल एक ही इनकम टैक्स रिटर्न में सभी को मिलाते हैं और अंत में बड़ी रकम चुकाने पड़ती है। इसको रोकने के लिये “संकलित आय” की गणना सही करें और उपलब्ध छूटों (हाउस प्रॉपर्टी लोन, हेल्थ इंश्योरेंस आदि) का पूरा उपयोग करें।
आखिर में यह कहें तो कर सुधार का मकसद सिर्फ़ राजस्व बढ़ाना नहीं, बल्कि टैक्सदाता की सुविधा भी है। डिजिटल फाइलिंग, आसान GST दर और विस्तारित आयकर छूट आपके वित्तीय बोझ को हल्का करने के लिए बनाए गए हैं। इन नियमों को समझकर आप न केवल बचत करेंगे, बल्कि अपने पैसे का सही निवेश भी कर पाएंगे।
तो अगली बार जब बजट की खबरें आएँ, तो इस गाइड को याद रखें – सरल कदम अपनाएँ और टैक्स सुधार को अपनी शक्ति बनाइए।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1 फरवरी 2025 को लोकसभा में बजट 2025-26 प्रस्तुत किया। इस बजट से कर सुधारों की व्यापक उम्मीद है। बजट संभावित रूप से कृषि क्षेत्र सहित अन्य क्षेत्रों को संबोधित करेगा। यह बजट सीतारमण के द्वारा पेश किया गया लगातार आठवां बजट है, जो एक रिकॉर्ड है। इसकी प्रमुख घोषणाओं में आयकर स्लैब में बदलाव और नए कर प्रणाली के तहत अतिरिक्त छूट शामिल हैं।