प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बिना नाम लिए 'बालक बुद्धि' कहते हुए उनकी आलोचना की। मोदी ने राहुल गांधी के व्यवहार को नाटकीय बताते हुए उसे सहानुभूति प्राप्त करने का नाटक कहा और उन पर दो कहानियों के जरिए तंज किया। पहली कहानी में एक बच्चे का सहानुभूति पाने के लिए बिना अपने गलतियों को छुपाने का प्रसंग था।
राहुल गांधी ने अपने संसद भाषण में 'अभय मुद्रा' का जिक्र किया। यह एक खोलती हुई हथेली की मुद्रा है जो सभी धर्मों में समान रूप से पाई जाती है। गांधी ने इसे कांग्रेस के हाथ के प्रतीक के साथ जोड़ा और इसे डर का सामना करने और न डरने का प्रतीक बताया। 'अभय मुद्रा' को विशेष रूप से बौद्ध धर्म और दक्षिण एशियाई धर्मों में भयहीनता और शांति का प्रतीक माना जाता है।