आज के समय में राजस्थान सिर्फ इतिहास नहीं रह गया, यह विकास की नई दिशा में कदम बढ़ा रहा है। अगर आप जानना चाहते हैं कि कौन‑सी नीतियां, किस तरह के प्रोजेक्ट और स्थानीय खबरें इस बदलाव को आगे ले जा रही हैं, तो नीचे पढ़िए।
राज्य सरकार ने हाल ही में कृषि सॉर्टिंग सेंटर, जल संरक्षण परियोजनाएँ और छोटे उद्योगों के लिये सब्सिडी स्कीम शुरू की है। ये कदम किसान को सीधे बाजार से जोड़ते हैं और बिचौलियों का खर्च घटाते हैं। साथ ही, नई औद्योगिक zones जैसे जयपुर एंटरप्राइज पार्क में निवेश बढ़ा है, जिससे रोजगार के अवसर भी पैदा हो रहे हैं।
एक और महत्वपूर्ण पहल जल‑संधारण योजना है, जिसमें हर गांव में टैंक और तालाब बनवाए जा रहे हैं। यह न केवल सूखे से लड़ने में मदद करता है बल्कि सिंचाई की लागत को भी कम करता है। इन योजनाओं का असर दिखना शुरू हो गया है: पिछले साल के मुकाबले फसल उत्पादन 12% बढ़ा है।
राजस्थान का पर्यटन सेक्टर हमेशा से राजसी आकर्षण रखता है, पर अब इसे आधुनिक सुविधाओं के साथ जोड़ा जा रहा है। नए हवाई अड्डे, डिजिटल टिकटिंग और स्मार्ट गाइड सिस्टम ने यात्रियों को आसान बना दिया है। राजस्थान टूरिज्म बोर्ड ने ‘इको‑ट्रेल’ प्रोजेक्ट लॉन्च किया, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी पर्यटक आकर स्थानीय हस्तशिल्प खरीद सकें।
साथ ही, राजस्थानी संस्कृति को बढ़ावा देने के लिये वार्षिक महोत्सवों में युवा कलाकारों की भागीदारी बढ़ाई गई है। इससे न केवल सांस्कृतिक पहचान मजबूत हुई है, बल्कि स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा हुआ है।
इन सभी प्रयासों का एक प्रमुख लक्ष्य सामाजिक समावेशी विकास है। सरकारी योजना ‘लाडली बहनां’ जैसी स्कीमें महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण देती हैं, जिससे घर-घर में बचत और निवेश की संभावना बढ़ती है। इस तरह के कदम राज्य में लैंगिक समानता को भी आगे ले जा रहे हैं।
अगर आप राजस्थान में निवेश या व्यवसाय शुरू करने की सोच रहे हैं, तो अभी का समय सही है। नई नीतियों के कारण भूमि मूल्य स्थिर है और बुनियादी ढांचे में सुधार तेज़ी से हो रहा है। कई उद्योग अपने प्रोडक्ट को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाने के लिये यहाँ के लॉजिस्टिक नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि राजस्थान की वृद्धि केवल आर्थिक आँकड़ों में नहीं, बल्कि लोगों के जीवन स्तर में भी दिख रही है। बेहतर जल व्यवस्था, नई रोजगार अवसर और सुगम पर्यटन ने इस राज्य को एक नया पहचान दी है। आप चाहे स्थानीय हों या बाहर से आए निवेशक, इन सकारात्मक बदलावों का फायदा उठाकर आगे बढ़ सकते हैं।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सितंबर 2024 तिमाही में अपने एकीकृत शुद्ध लाभ में 5% की सालाना गिरावट दर्ज की है, जो 16,563 करोड़ रुपये तक पहुँच गई। हालांकि, यह लाभ ET नाउ के अनुमान से अधिक है। कंपनी का कुल राजस्व सालाना आधार पर 0.2% की मामूली वृद्धि के साथ 2.35 लाख करोड़ रुपये हो गया। कंपनी के विविध व्यापार खंडों में डिजिटल सेवाएं और अपस्ट्रीम व्यवसाय ने मजबूती दिखाई।