हर साल रक्षाबन्धन पर भाई-बहनों के बीच प्यार की दावत होती है। अब इस त्यौहार को और भी खास बनाने का नया ट्रेंड आया है – रक्षाबंधन बोनस। आप सोच रहे हैं, यह बोनस क्या है? सरल शब्दों में कहें तो यह अतिरिक्त धनराशि या उपहार है जो कंपनियां, बैंक, सरकारी संस्थान या यहां तक कि छोटे व्यापारियों द्वारा अपने कर्मचारियों या ग्राहकों को दिया जाता है।
सबसे आम तौर पर बड़े फाइनेंसियल इन्स्टिट्यूशन और निजी कंपनियां रक्षाबंधन के दिन विशेष बोनस ऑफर करती हैं। बैंक अक्सर अपने सहेजे हुए खातों में छोटे-छोटे लिवरज या कैशबैक जोड़ते हैं, जबकि नियोक्ता अपने स्टाफ को अतिरिक्त वेतन या गिफ़्ट कार्ड देते हैं। छोटे व्यापारियों में भी अब रक्षाबंधन प्रमोशन के तौर पर डिस्काउंट कूपन्स या फ्री सर्विसेज़ की पेशकश बढ़ रही है।
पहले तो यह जान लें कि बोनस पाने का तरीका आपके बैंक या कंपनी की नीति पर निर्भर करता है। अगर आप बैंकर हैं, तो आमतौर पर आपको मोबाइल ऐप या नेट-डायरेक्ट में लॉगिन करके ‘रक्षाबंधन ऑफ़र’ सेक्शन खोलना होगा और निर्देशित प्रक्रिया पूरी करनी होगी। नियोक्ता से मिलने वाले बोनस के लिए HR विभाग से संपर्क कर लिखित अनुरोध जमा करना पड़ता है, जिससे वे आपके सैलरी स्लिप या चेक में जोड़ सकते हैं। याद रखें, सभी दस्तावेज़ सही रखे हों तो क्लेमिंग आसान हो जाती है।
एक और तरीका है ‘डिजिटल वॉलेट’ का इस्तेमाल। कई फिनटेक कंपनियां रक्षाबंधन पर विशेष कूपन या कैशबैक देती हैं जो सीधे आपके मोबाइल वॉलेट में जमा हो जाता है। इसको प्राप्त करने के लिए आपको बस प्रमो कोड दर्ज करना होता है और राशि तुरंत उपलब्ध हो जाती है।
अगर आप टैक्स बचत की भी सोच रहे हैं, तो बोनस पर ध्यान देना जरूरी है। अधिकांश बोनस वेतन के रूप में माने जाते हैं और उसी तरह टैक्सेबल होते हैं। लेकिन कुछ छोटे-छोटे गिफ्ट कार्ड या वाउचर को ‘गिफ़्ट’ के तौर पर माना जाता है, जिससे आयकर में छूट मिल सकती है। इसलिए क्लेम करने से पहले अपने चार्जर या अकाउंटेंट से सलाह लेना फायदेमंद रहेगा।
अब बात करते हैं कि बोनस क्यों दिया जाता है? मुख्य कारण दो हैं – कर्मचारी मोटिवेशन और ग्राहक लॉयल्टी। कंपनियां इस अवसर को इस्तेमाल करके टीम का मनोबल बढ़ाती हैं, जबकि बैंकों के लिए यह नए कस्टमर आकर्षित करने का अच्छा मौका बनता है। इससे दोनों पक्षों को लाभ मिलता है – आप पैसे या उपहार पाते हैं, कंपनी को goodwill और ब्रांड इमेज में सुधार होता है।
आपके पास अगर कोई सवाल हो जैसे ‘क्या बोनस पर टैक्स लाएगा?’ या ‘कैसे पता करूँ कि मेरा बैंक कौन सा ऑफर दे रहा है?’, तो सीधे अपने HR या बैंक कस्टमर सपोर्ट से बात करें। अधिकांश संस्थाएं इस बारे में विस्तृत FAQ पेज भी रखती हैं, जहाँ आपको सभी जानकारी मिल जाएगी।
अंत में एक छोटा टिप: रक्षाबंधन के दिन ही नहीं, बल्कि उससे पहले और बाद की कुछ हफ्तों में भी ऑफर देखना फायदेमंद हो सकता है। कई बार कंपनियां इस त्यौहार से जुड़े प्रमोशन को दो-तीन सप्ताह तक चलाती हैं ताकि लोग आराम से क्लेम कर सकें। इसलिए अपने ईमेल या एसएमएस अलर्ट ऑन रखें, तभी आप कोई मौका हाथ से नहीं जाने देंगे।
रक्षाबंधन बोनस सिर्फ़ पैसे का टुकड़ा नहीं है; यह आपके भाई-बहन के रिश्ते में एक नई खुशी जोड़ता है और वित्तीय रूप से भी मददगार साबित हो सकता है। सही जानकारी और थोड़ी सी तैयारी के साथ आप इस बोनस को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं और अपने बजट में थोड़ा अतिरिक्त पाईजोड़ कर सकते हैं।
मध्य प्रदेश सरकार ने लाड़ली बहना योजना के तहत 1.26 करोड़ महिलाओं के खातों में 1859 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए। इस बार रक्षाबंधन के मौके पर सभी लाभार्थी महिलाओं को 250 रुपये का स्पेशल बोनस भी मिलेगा। योजना महिलाओं की आर्थिक आज़ादी, पोषण और परिवार में निर्णय क्षमता को बढ़ावा देती है।