देश के सबसे बड़े पद में से एक, राष्ट्रपति, का चुनाव हमेशा चर्चा का कारण बनता है। हर बार जब नई उम्मीदें या विरोधी विचार सामने आते हैं, तो जनता की जिज्ञासा बढ़ जाती है। इस टैग पेज पर हम वही सभी बहसों को इकट्ठा कर रहे हैं—जैसे कौन सा उम्मीदवार बेहतर रहेगा, किन मुद्दों पर टकराव है और क्या संभावित परिणाम हो सकते हैं।
पिछले कुछ हफ़्तों में प्रमुख बात यह रही कि राष्ट्रपति पद की शर्तें बदलने का प्रस्ताव लाया गया था। कई राजनैतिक नेता इसे लोकतंत्र के लिए खतरा मानते हैं, जबकि दूसरी ओर कुछ विशेषज्ञ इसे ज़रूरी सुधार कहते हैं। इस बदलाव पर दोनों पक्षों की तर्क‑संगत बातें यहाँ मिलेंगी—जैसे संसद में बहुमत की आवश्यकता या चुनावी प्रक्रिया का पारदर्शी बनाना।
एक और गर्म चर्चा टॉपिक था राष्ट्रपति के सामाजिक कार्यों की सीमाएँ। कुछ समूह चाहते हैं कि वह अधिक सक्रिय भूमिका निभाए, जबकि कई लोगों को लगता है कि यह पद केवल प्रतीकात्मक होना चाहिए। इन बहसों में आप देखेंगे कैसे विभिन्न पार्टियों ने अपने-अपने दृष्टिकोण रखे और जनता का प्रतिक्रिया क्या रहा।
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पहली राष्ट्रपति बहस में रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रम्प ने डेमोक्रेट जो बिडेन को हराया, एक सर्वेक्षण में 67% दर्शकों ने ट्रम्प की जीत मानी जबकि 33% ने बिडेन को विजेता माना। बहस में महंगाई, आव्रजन, गर्भपात अधिकार और विदेशी नीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर तीखी चर्चा हुई। चुनाव से पहले, इस बहस का परिणाम दोनों उम्मीदवारों की भविष्य की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।