जब भी देश के बारे में बड़ा फैसला सुनते हैं, अक्सर पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का नाम आता है. यह परिषद भारत सरकार की सबसे अहम बॉडीज़ में से एक है, जो राष्ट्रीय रक्षा, विदेश नीति और आपातकालीन स्थितियों पर चर्चा करती है. यहाँ तक कि आतंकवादी हमले या बड़े प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी ये लोग जल्दी‑से‑जल्दी कदम तय करते हैं. इस पेज पर आपको इस परिषद की कामकाज, नवीनतम बैठकों और प्रमुख खबरों का आसान सार मिलेगा.
पिछले महीने हुई एक महत्त्वपूर्ण बैठक में रक्षा मंत्री ने नई डिफ़ेंस प्रोजेक्ट्स के बजट को मंजूरी दी. साथ ही, कुछ राज्यों में बढ़ते आतंकवादी खतरे के कारण सीमा सुरक्षा को सुदृढ़ करने की योजना बनायी गयी. इस निर्णय से कई सेना यूनिट्स को आधुनिक उपकरण मिलने की संभावना है. दूसरी ओर, विदेश मंत्रालय ने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग को और मजबूत करने का इरादा जताया, जिससे सीमाओं पर तनाव कम हो सके.
जब राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद नई नीति बनाती है, तो उसका असर रोज़मर्रा की ज़िंदगी में भी पड़ता है. उदाहरण के तौर पर, अगर सीमा सुरक्षा बढ़ती है तो ट्रैफ़िक जाम कम हो सकता है और यात्रियों को ज्यादा सुरक्षित महसूस होगा. इसी तरह, साइबर सुरक्षा पहलें लागू होने से ऑनलाइन लेन‑देनों में धोखाधड़ी घटेगी. इसलिए इस परिषद की खबरों को समझना सिर्फ सरकारी अफ़सरों के लिए नहीं, आम लोगों के लिये भी फायदेमंद है.
अब बात करते हैं कुछ हालिया केस स्टडीज़ की. मुंबई में हुई मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान सुरक्षा बलों ने परिषद से तुरंत निर्देश मांगे और ट्रैफ़िक को नियंत्रित करने के उपाय लागू किए. इससे शहर में बड़े पैमाने पर अराजकता नहीं हुई. इसी तरह, उत्तर प्रदेश में आँधी‑तूफान की चेतावनी मिलने के बाद परिषद ने जल्दी ही राहत कार्य शुरू करवाए, जिससे कई गांवों को नुकसान कम हुआ.
अगर आप सुरक्षा से जुड़ी नई तकनीकों या नीति बदलावों पर अपडेट चाहते हैं, तो इस टैग पेज पर नियमित रूप से आना फायदेमंद रहेगा. हम हर प्रमुख बैठक की मुख्य बातें, सरकारी बयानों और विशेषज्ञ राय को संक्षिप्त लेकिन पूरी तरह समझाने वाले लेखों में पेश करेंगे. इससे आप बिना बहुत पढ़े भी ताज़ा जानकारी पा सकेंगे.
अंत में यह कहना चाहूँगा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के फैसले देश की शांति, विकास और आम नागरिकों की रोज़मर्रा की जिंदगी को सीधे प्रभावित करते हैं. इसलिए इन खबरों पर नज़र रखना ज़रूरी है. इस पेज को बुकमार्क करके रखें, ताकि जब भी नई घोषणा हो, आप तुरंत पढ़ सकें और समझ सकें कि इसका आपके ऊपर क्या असर पड़ेगा.
विक्रम मिस्री को भारत का नया विदेश सचिव नियुक्त किया गया है, जो 15 जुलाई 2024 से प्रभावी होगा। वह वर्तमान विदेश सचिव विनय क्वात्रा का स्थान लेंगे। मिस्री, 1989 बैच के IFS अधिकारी हैं, और उन्होंने कई उच्च-स्तरीय कूटनीतिक पदों पर काम किया है।