क्या आप RVNL (रेल विकास निगम लिमिटेड) के शेयर में रुचि रखते हैं? हाल ही में इसका मूल्य काफी बदल रहा है – कभी ऊपर तो कभी नीचे। अगर आप सोच रहे हैं कि इस स्टॉक को अपने पोर्टफ़ोलियो में शामिल करना चाहिए या नहीं, तो यह लेख आपके लिए तैयार किया गया है.
बीएसई पर RVNL का ट्रेडिंग वॉल्यूम पिछले हफ्ते 15-20% बढ़ा। कीमत ने 10 अप्रैल को ₹115 के स्तर से नीचे गिरकर आज लगभग ₹108 पर ट्रेंड किया है। इस गिरावट का मुख्य कारण सरकार की नई रेल परियोजनाओं में देरी और कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स के फंडिंग इश्यूज रहे हैं. फिर भी, कंपनी ने हाल ही में दो नए हाई-स्पीड रेलवे कॉन्ट्रैक्ट जीत लिए हैं जो भविष्य में राजस्व बढ़ा सकते हैं.
फायदे की बात करें तो RVNL का डिविडेंड यील्ड 2% से ऊपर है, और इसका बैलेंस शीट मजबूत दिख रहा है – कुल देनदारी कम और कैश फ्लो पॉजिटिव. इन बुनियादी आंकड़ों को देखते हुए कई एनालिस्ट कह रहे हैं कि वर्तमान में कीमत थोड़ी अंडरवैल्यूड हो सकती है.
आने वाले 6-12 महीनों में RVNL का प्रदर्शन कई फैक्टर्स पर निर्भर करेगा: सरकारी बजट में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर की प्राथमिकता, नई प्रोजेक्ट्स की मंजूरी, और अंतरराष्ट्रीय कंस्ट्रक्शन पार्टनरशिप। अगर इनमें से दो या तीन पॉइंट्स पॉज़िटिव रहे तो कीमत फिर से ₹130-₹140 के बीच जा सकती है.
यदि आप दीर्घकालिक निवेश सोच रहे हैं, तो एक छोटी एंट्री पोजीशन ले कर स्टॉप‑लोस को ₹100 के आसपास सेट करना समझदारी होगी। इसके बाद जब शेयर की कीमत 5% ऊपर जाए, तो आधा हिस्सा बेचकर लाभ सुरक्षित किया जा सकता है और बाकी हिस्से से आगे का रिवर्ड कैप्चर किया जा सकता है.
छोटे निवेशकों के लिए एक विकल्प यह भी हो सकता है कि वे RVNL को म्यूचुअल फंड या डीमैट अकाउंट में SIP (Systematic Investment Plan) के तहत जोड़ें। इससे कीमत के उतार-चढ़ाव से बचते हुए औसत लागत कम रहती है.
अंत में, हमेशा याद रखें – शेयर मार्केट में जोखिम रहता है. इसलिए अपनी रिसर्च करें, फंडामेंटल्स देखें और फिर निर्णय लें. RVNL शेयर की कीमतें बदलती रहेंगी, लेकिन अगर आप सही समय पर एंट्री/एक्ज़िट करते हैं तो अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
राज्य संचालित रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) के शेयरों में भारी उछाल देखने को मिला है, सोमवार को इसके शेयर 15% बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। यह उछाल एक ब्लॉक डील के कारण हुआ, जिसमें 1.5 करोड़ इक्विटी शेयरों का व्यापार हुआ। कंपनी का बाजार पूंजीकरण ₹1.16 लाख करोड़ के पार हो गया है।