नमस्ते! अगर आप भारत की राजनीति, सामजिक आंदोलनों या हाल के बड़े फैसलों में दिलचस्पी रखते हैं तो यह पेज आपके लिए बनाया गया है। यहाँ हम तहव्वुर राणा टैग से जुड़ी सबसे नई खबरें, उनकी पृष्ठभूमि और असर को सरल भाषा में पेश करेंगे।
पिछले हफ़्ते मुंबई में मराठा आरक्षण पर अनिश्चितकालीन आंदोलन ने सड़कों को जाम कर दिया। मनोज जरांगे पाटिल की टीम ने 10% ओबीसि कोटा माँगा और हजारों समर्थक एकत्र हुए। इस घटना से ट्रैफिक‑जैम, पुलिस की शर्तें और सरकार का जवाब साफ़ दिखा। इसी तरह सृजा कोनिडेला के दो शादियों में उठे सवालों ने परिवारिक सुरक्षा पर नई चर्चा शुरू कर दी।
ऊपर बताया गया रूसी तेल टैरिफ भी देश की ऊर्जा नीति में बड़ा मोड़ है। ट्रम्प प्रशासन द्वारा लगाए गए 25% अतिरिक्त शुल्क के बावजूद भारत की बड़ी ऑयल कंपनियां आयात जारी रखी हैं, जिससे कीमतें और बाजार का संतुलन कैसे बदलेगा, इसका असर अब देखना बाकी है।
इन कहानियों में सिर्फ बड़े नाम नहीं, बल्कि आम लोगों के जीवन पर पड़ने वाले वास्तविक प्रभाव भी दिखते हैं। चाहे वह लाड़ली बहन योजना से मिल रहे वित्तीय लाभ हों या SEBI के नए डेरिवेटिव्स नियमों की वजह से शेयर बाजार में उथल‑पुथल, हर खबर आपके रोजमर्रा के फैसलों को प्रभावित कर सकती है। इसलिए हम आपको त्वरित तथ्य, मुख्य बिंदु और समझदार राय एक ही जगह देते हैं—बिना किसी झंझट के।
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2008 के मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण की मंजूरी दी है। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया गया। यह कदम अमेरिका-भारत के बीच आतंकवाद के खिलाफ सहयोग को मजबूत करता है। राणा पर इस हमले के लिए सहायता और साजिश में शामिल होने का आरोप है।